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मैनपुरी। जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी (डीएसटीईओ) पर कार्यालय में तैनात अपर सांख्यिकीय अधिकारी ने गंभीर आरोप लगाए हैं। निदेशक को भेजे गए शिकायती पत्र में कहा है कि उनकी पत्नी की मौत के लिए सीधे तौर पर डीएसटीओ जिम्मेदार हैं। उन्होंने आवेदन के बाद भी पत्नी के इलाज के लिए जीपीएफ की धनराशि नहीं दी। उन्होंने डीएसटीओ के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। विकास भवन स्थित अर्थ एवं संख्या विभाग में ओमप्रकाश सिंह अपर सांख्यिकीय अधिकारी के पद पर तैनात हैं। उन्होंने निदेशक अर्थ एवं संख्या उत्तर प्रदेश लखनऊ को एक पत्र भेजा है। इसमें कहा है कि 16 फरवरी 2023 को अचानक उनकी पत्नी को पेट दर्द होने पर एक निजी चिकित्सक के यहां भर्ती कराया गया था। यहां हालत गंभीर होने पर उन्हें चिकित्सक की सलाह पर 17 फरवरी को कानपुर के एक बड़े निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां 19 फरवरी को उनकी सर्जरी की गई, जिसमें आंत फटी हुई पाई गई और संक्रमण हो गया था। 23 फरवरी तक उपचार में काफी रुपये खर्च होने के बाद उनके पास रुपये नहीं बचे थे।
ऐसे में पत्नी के उपचार के लिए ओमप्रकाश सिंह ने 23 फरवरी को ही जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी मैनपुरी प्रशांत कुमार को प्रार्थना पत्र देकर जीपीएफ खाते से सात लाख रुपये के भुगतान की मांग की थी। इसके लिए ऑनलाइन व्हाट्सएप और मेल पर प्रार्थना पत्र भेजा था। 24 फरवरी को जानकारी करने पर पता चला कि उक्त प्रार्थना पत्र पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इसके बाद दोबारा उन्होंने निदेशक, उप निदेशक आगरा मंडल और जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी मैनपुरी को मेल और व्हाट्सएप पर दोबारा अपना आवेदन भेजा।
अपर सांख्यिकीय अधिकारी का आरोप है कि उप निदेशक आगरा मंडल ने उन्हें फोन कर पूरी जानकारी ली। इसके बाद जब जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी को फोन किया तो उन्होंने गलत टिप्पणी की। बाद में जब उप निदेशक के आदेश पर जीपीएफ से भुगतान के लिए अधूरी पत्रावली 24 फरवरी को भेज दी। इसके कारण धनराशि का भुगतान नहीं हो सका।
रुपयों के अभाव में उनकी पत्नी का उपचार नहीं हो सका और उनकी 26 फरवरी को मौत हो गई। उन्हें इसकी जानकारी कार्यालय में लौटने पर छह अप्रैल 2023 को प्राप्त पत्र से हुई। उन्होंने जीपीएफ का भुगतान न हो पाने के कारण पत्नी की मौत होने के चलते जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी प्रशांत कुमार के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है। मामले में प्रशांत कुमार से बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।
न हुई सुनवाई तो न्यायालय की लेंगे शरण
अपर सांख्यिकीय अधिकारी ओमप्रकाश सिंह ने निदेशक को भेजे गए पत्र में स्पष्ट लिखा है कि जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई की जाए। अगर कार्रवाई नहीं की गई तो वे न्यायालय की शरण लेंगे। शिकायत की एक प्रति उप निदेशक आगरा मंडल और जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी को भी भेजी गई है।
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