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फिरोजाबाद। मां की डांट के बाद दिल्ली निवासी बालिका ट्रेन से फिरोजाबाद तक चली आई। आरपीएफ और चाइल्ड लाइन की टीम ने बालिका को ट्रेन से उतार कर वन स्टेप सेंटर पर भेजा। जहां काउंसिलिंग के दौरान बालिका द्वारा बताये पते के आधार पर परिजनों को सूचना दी गई। देर शाम बालिका के परिजन उसे लेकर गये हैं।
एक माह के दरम्यान माता-पिता की डांट के बाद धर से निकलीं पांच बालिकाओं को फिरोजाबाद और टूंडला रेलवे स्टेशन पर पकड कर सुरक्षित उनके परिजनों को सौंपा है। ऐसा ही एक मामला शनिवार की देर शाम दोबारा सामने आया। दक्षिणी दिल्ली निवासी एक 14 वर्षीय बालिका को उसकी मां ने डांट दिया। बालिका ट्रेन से लखनऊ किसी रिश्तेदार के यहां पर जा रही थी। रास्ते में टूण्डला रेलवे स्टेशन पर स्थानीय चाइल्ड लाइन और आरपीएफ की नजर बालिका पर पडी। तो बालिका को ट्रेन से नीचे उतारा गया। चाइल्ड लाइन और बाल कल्याण समिति द्वारा काउसिलिंग के दौरान बालिका ने मां द्वारा घरेलू कामकाज को लेकर डांट दिये जाने के बाद घर छोडने की बात कबूली। बाल कल्याण समिति के आदेश पर बालिका के परिजन उसे घर वापिस लेकर गये हैं।
पांच जनवरी से अब तक पांच केस आये सामने-
स्थानीय चाइल्ड लाइन से मिली जानकारी के मुताबिक गत पांच जनवरी को वैशाली बिहार निवासी दो सहेलियों को ट्रेन से फिरोजाबाद रेलवे स्टेशन पर उतार गया था। इसी तरह जनपद बहराइच निवासी एक 17 वर्षीय बालिका को भी करीब एक पखवाड़ा पूर्व चाइल्ड लाइन द्वारा रेस्क्यू किया गया। इसी तरह जनपद हाजीपुर बिहार निवाासी एक 11 वर्षीय बालिका को भी ट्रेन से रेस्क्यू किया गया।
अभिभावकों को चाहिए कि वह अपने पाल्यों से दोस्ताना व्यवहार रखें। शनिवार को टूंडला रेलवे स्टेशन पर रेस्क्यू की गई बालिका को सीडब्ल्यूसी के आदेश पर परिजनों के सुपुर्द किया है। डॉ. जफर आलम, निदेशक चाइल्ड लाइन
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