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कासगंज। धान उत्पादक किसानों के लिए भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ने प्रोत्साहित करते हुए बासमती श्रेणी के धान को जीआई टैग दिया है। इससे आगामी समय में किसानों को लाभ मिलेगा। बासमती श्रेणी के धान के उत्पादन के लिए किसान उत्साहित होंगे। बाजार का भाव भी अच्छा मिलेगा।
जिले में करीब 16000 हेक्टेयर क्षेत्र में धान का उत्पादन होता है। 35 से 40 हजार किसान धान की खेती से जुड़े हुए हैं। जिले का कुल उत्पादन 42000 मीट्रिक टन का है जिसमें से 30000 मीट्रिक टन उत्पादन बासमती श्रेणी के धान का होता है । धान की फसल मुख्य तौर पर जिले के तराई के इलाकों में होती या जहां सिंचाई के संसाधन अच्छे हैं, वहां किसान धान की खेती को प्राथमिकता देते हैं। उबेर के किसान शंकर पाल ने बताया कि धान की सुगंधा वैरायटी का धान ज्यादातर किसान करते है। इसके अलावा मोटा और वैरायटी का धान किया जाता है।सरकार इस श्रेणी के उत्पादन को बढ़ावा देगी तो किसानों को लाभ होगा।
जिले में बासमती श्रेणी धान का उत्पादन करीब 70 फ़ीसदी होता है। पिछले वर्ष में करीब 30000 से 32000 हजार मीट्रिक टन धान का उत्पादन रहा। – सुमित कुमार, जिला कृषि अधिकारी,कासगंज।
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