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कासगंज। जिले में औद्योगिक विकास ठप पड़ा हुआ है। उद्यमियों की मांग के बावजूद शासन प्रशासन जिले के उद्यमियों के लिए औद्योगिक आस्थान नहीं बना पा रहा है। पचलाना में जो भूमि औद्योगिक आस्थान के लिए चिह्नित की गई है उस पर उद्यमियों का ऐतराज है। क्योंकि शहर से यह 35 किलोमीटर दूर है और संसाधन नहीं है।जिले में बड़ी इकाईयों का अभाव है। बड़ी इकाई के रूप में जिले में एक चीनी मिल संचालित है और एक दूध उत्पाद की फैक्टरी। अन्य बड़ी इकाई जिले में नहीं हैं। करीब 400 से 500 लघु उद्योग इकाइयां जिले में संचालित हैं, लेकिन पुराना इंडस्ट्रीयल एरिया छोटा होने के कारण सीमित इकाइयां ही संचालित हैं। यहां इकाइयां संचालित करने वाले उद्यमी भी कम जगह परेशान हैं और औद्योगिक इकाइयों का विस्तार नहीं कर पा रहे। ज्यादातर उद्योग निजी भूमि पर संचालित हो रहे हैं। जिले में करीब आयुर्वेद की 100 इकाइयां संचालित हैं। इसके अलावा फ्लोर मिल संचालित हो रही हैं। ग्लोबल समिट में करीब 500 करोड़ रुपये के प्रस्ताव उद्यमियों ने दिए। जो अलग अलग उद्योगों के लिए थे, लेकिन अधूरे उद्योगों के लिए सरकारी भूखंडों व्यवस्था सुनिश्चित नहीं हो पा रही। जबकि उद्यमी लगातार मांग उठा रहे हैं। पचलाना में औद्योगिक आस्थान बनाने के लिए जिला उद्योग केंद्र की मांग पर जिला प्रशासन ने भूमि चिह्नित की। इस इलाके की मुख्य मार्गों से कनेक्टिविटी नहीं है। जिसके कारण उद्यमियों को यह प्रस्ताव रास नहीं आ रहा। लघु उद्योग भारती ने शासन के इस प्रस्ताव पर आपत्ति व्यक्त की है और कहीं रोड कनेक्टिीविटी वाले इलाके में औद्योगिक आस्थान बनाने की मांग की है।
बोले उद्यमी-
– जिले में औद्योगिक आस्थान बनाए जाने की बेहद जरूरत है। तमामा लोग उद्योगों की स्थापना को लेकर इच्छुक हैं, लेकिन औद्योगिक आस्थान न होने के कारण उद्योग नहीं लग पा रहे। जिस स्थान पर उद्योग केंद्र के द्वारा प्रस्ताव औद्योगिक आस्थान का तैयार किया है वह प्रस्ताव अनुपयोगी है। क्योंकि वहां कोई संसाधन और सुविधाएं नहीं हैं- अनूप गुप्ता, मंत्री, लघु उद्योग भारती।
– उद्योगों के लिए ऐसा औद्योगिक आस्थान विकसित किया जाए। जहां उद्योगों के अनुरूप सभी संसाधन और सुविधाएं मिल सकें। सडक़, बिजली, पानी की बेहतर व्यवस्था होनी चाहिए। जिले में औद्योगिक आस्थान न होने से औद्योगिक विकास प्रभावित है। ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के प्रस्ताव भी अटके हैं- सुधीर शर्मा, अध्यक्ष लघु उद्योग भारती।
वर्जन-
– औद्योगिक आस्थान के लिए भूमि चयनित की जा चुकी है। शीघ्र ही इस दिशा में कार्रवाई आगे बढ़ेगी। उद्यमियों की समस्या का भी समाधान होगा। उद्योगों के प्रस्तावों पर निरंतर कार्य जारी है- चंद्रभान भास्कर, प्रभारी महाप्रबंधक, जिला उद्योग।
रिपोर्ट एवं संपादन अजय झंवर
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