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संवाद न्यूज एजेंसी, आगरा
Updated Wed, 13 Dec 2023 12:16 AM IST
कासगंज। जिले में चिकित्सकों की मनमानी स्वास्थ्य सेवाओं पर भारी पड़ रही है। जिले में 8 चिकित्सक लंबे समय से ड्यूटी से लापता चल रहे हैं। इनके संबंध में कई बार स्वास्थ्य निदेशालय को सूचना भेजी गई है। चिकित्सकों की कमी के कारण स्वास्थ्य सेवाएं भी बाधित चल रही हैं। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने मंगलवार को एक चिकित्सक की सेवा समाप्ति के निर्देश सीएमओ को दिए हैं। हालांकि अन्य लापता चिकित्सकों के संबंध में फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया गया है। जिले में यह चिकित्सक कई वर्षों से लापता हैं। जिसका असर स्वास्थ्य सेवा पर पड़ रहा है।प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पावल डेरा में तैनात चिकित्सक दीपेंद्र सिंह छह साल से अपनी ड्यूटी से अनुपस्थित चल रहे थे। विभाग ने चिकित्सक को कई बार नोटिस भी जारी किया, इसके बाद भी वह अपनी ड्यूटी पर नहीं आए। इसके बाद शासन को रिपोर्ट भेज दी गई। डिप्टी सीएम एवं स्वास्थ्य मंत्री ने मामले को गंभीरता से लिया। इसके बाद प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य चिकित्सक की सेवा समाप्ति के निर्देश जारी कर दिए। स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर प्रमुख सचिव ने गैर हाजिर चल रहे चिकित्सक की सेवा समाप्ति के निर्देश जारी कर दिए। नोटिस में चिकित्सक को एक माह का समय दिया गया है। इसके अलावा 7 अन्य चिकित्सक और हैं जो एक साल से अधिक समय से लापता हैं। इनके संबंध में भी सीएमओ के द्वारा शासन को रिपोर्ट भेजी जा चुकी है, लेकिन अभी तक 7 अन्य चिकित्सकों के संबंध में कार्रवाई के निर्देश नहीं आए हैं। इनकी अनुपस्थिति का असर स्वास्थ्य सेवाओं पर लगातार पड़ रहा है। चिकित्सकों की कमी के कारण मरीजों को समय से उपचार नहीं मिल पाता। लापता होने वाले चिकित्सकों में शिवम यादव, डा. अनुपम सिंह, डा. मनादी, डा. बाबर कादरी, डा. दीपांशु गुप्ता, डा. विजय कुमार गौतम, डा. निशांत कुमार जायसवाल हैं।
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