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जिला अस्पताल में बेहतर व्यवस्थाओं के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। अस्पताल में एक तरफ जहां बाहर दे एक्सरे कराया जा रहा है। वहीं, दवा भी बाहर से मंगाई जा रही है। जिम्मेदार इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। जरूरी व्यवस्थाओं में सुधार नहीं किया जा रहा है।
शासन और प्रशासन का दावा है कि सरकारी अस्पतालों में उपचार की बेहतर व्यवस्थाओं के साथ पर्याप्त मात्रा में दवा उपलब्ध है। लेकिन ये दावे हकीकत में खोखले साबित हो रहे हैं। अस्पताल में न तो समय से डॉक्टर की बैठते हैं और न ही उपचार आदि की व्यवस्थाएं ही बेहतर हैं। सोमवार को जिला अस्पताल की ओपीडी में एक घंटे तक डॉक्टर नहीं पहुंचे इसके चलते मरीजों को भटकना पड़ा।
जिला अस्पताल में डिजिटल एक्सरे पिछले तीन महीने से खराब चल रहा है। साधा एक्सरे पर अस्पताल के डॉक्टर ही विश्वास नहीं कर रहे हैं। इसके चलते अस्पताल में दुर्घटना में घायल होकर पहुंचने वाले लोगों का बाहर से एक्सरे कराया जा रहा है। यही नहीं जिला अस्पताल के डॉक्टरों को अस्पताल की दवाओं पर भी भरोसा नहीं है। इसके चलते मरीजों को बाहर की दवाएं लिखी जा रही हैं। जिम्मेदार इस संबंध में जानकारी न होने की बात कहकर पल्ला झाड़ रहे हैं।
केस नंबर- एक टिंडौली निवासी रहीशा बेगम सोमवार को सड़क दुर्घटना में घायल हो गई थीं। परिजन उन्हें लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। यहां हड्डी रोग विभाग में दिखाया। तैनात डॉक्टर ने कहा कि अस्पताल का एक्सर खराब है बाहर से एक्सरे कराकर लाइए।
केस नंबर-दो
शहर के मोहल्ला पत्थरमंडी निवासी पवन कुमार अपने पुत्र सूर्या को लेकर सोमवार को जिला अस्पताल पहुंचे। सूर्या की आंखों में दिक्कत थी। नेत्र रोग विभाग में बैठे डॉक्टर ने उन्हें बाहर की दवा लिख दी। पवन कुमार का कहना था कि जब बाहर की दवा ही लेनी है तो वे निजी अस्पताल में ही नहीं चले जाएंग और बाद में बच्चे को लेकर निजी अस्पताल चले गए।
केस नंबर- तीन बरनाहल निवासी ताहिर खान सड़क दुर्घटना में घायल हो गए। परिजन उन्हें लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने उन्हें जांच करने के बाद बाहर से एक्सरे लिख दिया। परिजन बाहर से एक्सरे नहीं करा सके बाद में परिजन उन्हें मेडिकल कॉलेज सैफई ले गए।
अस्पताल में पर्याप्त दवाएं हैं। डिजिटल एक्सरे के यूपीएस में दिक्कत है जिसे शीघ्र ठीक कराया जाएगा। कोई भी डॉक्टर बाहर से दवा नहीं लिख सकता। बाहर से दवा लिखी गई है इसकी जानकारी नहीं है। जांच कराई जाएगी।
डॉ. मदनलाल, सीएमएस
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