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करहल। किसी ने खूब कहा है कि राजनीति में सब जायज है। इसीलिए निकाय चुनाव में पति-पत्नी और चाचा-भतीजे एक-दूसरे के सामने चुनावी रण में ताल ठोंक रहे हैं। एक ही परिवार के लोगों के आमने-सामने होने से इनके चर्चे भी खूब हैं। करहल नगर पंचायत के चेयरमैन पद के लिए कुल दस प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। सभी प्रत्याशी जीत के लिए जोरशोर से चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। चुनावी रण में आपसी संबंधों को दरकिनार करके भी प्रत्याशी मैदान में कूदे हैं। भाजपा से सचिन वर्मा चेयरमैन पद पर चुनाव लड़ रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर उनकी पत्नी निशा निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में हैं। सपा के टिकट पर अब्दुल नईम चुनाव मैदान में हैं, तो उन्हें उनका चचेरा भाई अकरम निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में टक्कर दे रहा है। पत्नी और भतीजे के चुनाव रण में होने के कारण मुकाबला और दिलचस्प हो गया है। चारों और इसी के चर्चे हैं। वहीं मतदाता भी चक्कर में हैं कि आखिर वोट किसे दें। संवाद
दलों ने झोंकी ताकत
चुनाव प्रचार में प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ दिन-रात जुटे हुए हैं। वहीं सपा और भाजपा की प्रतिष्ठा भी इस चुनाव में दांव पर लगी है। ऐसे में दोनों ही दलों के नेताओं ने भी चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है। प्रत्याशियों की जीत ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का भविष्य तय करेगी।
दोस्ती छोड़ कूदे चुनावी रण में
नगर पंचायत करहल में 15 वार्ड हैं। सभी वार्डों में प्रत्याशियों की फौज वोट मांगते हुए घूम रही है। कई प्रत्याशी ऐसे हैं जो वर्षों पुरानी दोस्ती छोड़कर चुनाव मैदान में एक-दूसरे से दो-दो हाथ कर रहे हैं। यही नहीं चेयरमैन पद के प्रत्याशी शमशाद का भाई सिराज खुद वार्ड मनिहारान से चुनाव मैदान में हैं।
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