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कासगंज। जिले में घोड़ो में ग्लैंडर्स रोग का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। संक्रमित निकले एक घोड़े की मौत होने और दो घोड़ों में संक्रमण मिलने पर स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है। विभाग का मानना है कि संपर्क में रहने वाले लोग इस बीमारी से संक्रमित हो सकते हैं। रोग के फैलने का खतरा देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने संपर्क में रहने वाले छह लोगों के सैंपल लेकर उसे जांच के लिए भेजा है। दूसरी तरफ दो घोड़ों में संक्रमण की पुष्टि होने पर पशुपालन विभाग ने फिर से सैंपलिंग कराई है। विभाग अब पांच किमी दायरे में घोड़ा पालने वाले लोगों की जांच कराएगा।
सहावर के भिलौली में एक माह पहले घोड़े में ग्लैंडर्स रोग की पुष्टि हुई थी। इसके बाद अमांपुर के ईशेपुर गांव निवासी राजकुमार के दो घोड़ों और उनके भाई बब्लू के अंदर भी इस बीमारी का संक्रमण मिला। इस पर पशुपालन विभाग ने सैंपल लेकर उसे जांच के लिए भेजा था। हिसार से आई जांच रिपोर्ट में राजकुमार के एक घोड़े में ग्लैंडस की पुष्टि हो गई, इसबीच यह घोड़ा मर चुका था। जबकि राजकुमार के दूसरे घोड़े और उनके भाई बब्लू की रिपोर्ट संदिग्ध आई है। फिर से सैंपल भेजने के निर्देश के बाद पशुपालन विभाग ने इन दोनों के सैंपल लेकर जांच को हिसार भेजे हैं।
हिसार से घोड़े में ग्लैंडर्स की पुष्टि होने पर स्वास्थ्य विभाग को इसकी सूचना दी गई। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ईशेपुर गांव पहुंचकर संपर्क में आने वाले राजकुमार व उसके परिवार के छह सदस्यों की सैंपलिंग किया। इसके सैंपल भी जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा है। इन सभी सदस्यों पर विभाग की टीम निगरानी करेगी।
घोड़े में ग्लैंडर्स रोग की पुष्टि होने पर संपर्क में आने वाले छह लोगों की जांच कराने के लिए उनके सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। ताकि लोगों की निगरानी की जा सकें। रिपोर्ट आने पर संक्रमित का उपचार किया जाएगा। ताकि अन्य लोगों में यह बीमारी न फैल सके-डा. सुनंदा, महामारी
रोग विशेषज्ञ ग्लैंडर्स से संक्रमित घोड़े की मौत हो चुकी है। जिन दो घोड़ों की रिपोर्ट संदिग्ध आई है उनके फिर से सैंपल लेकर जांच को भेजे गए है। विभाग पांच किमी दायरे में पलने वाले घोड़ों की सैंपलिंग कराएगा। सैंपल जांच के लिए हिसार भेजे जाएंगे-डा. मनोज अग्रवाल, सीवीओ
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