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केंद्र सरकार की योजना बताकर वालिंटियर टीचर के नाम पर ठगी
शाहजहांपुर व बदायूं में भी नेटवर्क बिछाकर कई लोगों को ठगा
शाहजहांपुर एटा। साइबर ठगों ने गृह मंत्रालय की फर्जी वेबसाइट बनाकर शाहजहांपुर समेत तीन जिलों के कई लोगों से करीब 75 लाख रुपये ठग लिए। सीबीके एजूकेशन एंड वेलफेयर सर्विसेस कंपनी को अंतरराष्ट्रीय संस्थान बताकर शिक्षित लोगों को वालंटियर टीचर बनाने के लिए गुमराह किया गया।
कंपनी का मुख्य दफ्तर एटा में बनाया गया। इसके बाद शाहजहांपुर समेत आसपास के जिलों में नेटवर्क फैलाया। एटा से करीब 30 लाख रुपये की ठगी की गई है। फर्जी वेबसाइट और कंपनी बनाकर ठगी करने वाले ब्रांच हेड मोहम्मद आसिफ, महेंद्र सिंह, राजवीर सिंह और मोहम्मद जफर अमीनउल खान निवासीगण कासगंज रोड कसैटी मोड़ थाना कोतवाली देहात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
एटा के बागवाला थानांतर्गत गांव लाखापुर निवासी पीड़िता रूबी कुमारी ने बताया कि जिले में फील्ड मैनेजर का पद और सेंटर देने के नाम पर 14 हजार 500 रुपये लिए जाते थे। सेंटर संचालक को वालिंटियर टीचर्स (वीटी) को घर-घर और गांव-गांव में बनाने का काम दिया गया था। वीटी से पंजीकरण के नाम पर 950 और फीस के तौर पर चार हजार रुपये जमा कराए जाते थे। इसके बाद वीटी को अपने ही बच्चे पढ़ाने पर 900 रुपये मासिक देने की बात कही गई थी।
एटा से से करीब 30 लाख रुपये की ठगी करके आरोपी 17 जनवरी को दफ्तर बंद करके भाग गए। तभी से गृह मंत्रालय की वेबसाइट पर कंपनी का दिखना बंद हो गया है। कोतवाली प्रभारी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।
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बदायूं से 40 लाख की ठगी
जिला बदायूं थाना मुजरिया क्षेत्र के गांव मुस्तफाबाद टप्पा अहमदपुर निवासी हेमसिंह ने बताया कि प्रदेश के करीब 15 जिलों में आरोपियों का नेटवर्क फैला था। बदायूं जिले से करीब 40 लाख की ठगी की गई है। वहीं मप्र के जिला सागर में दो लोगों के गिरफ्तार होने की भी बात पता लगी है। वहीं जिला शाहजहांपुर के अल्लागंज निवासी सुशील राजपूत ने बताया कि सेंटर संचालक को एक वीटी व एफएम बनाने पर 150 रुपये देने की बात की गई थी। करीब पांच लाख रुपये ठगी कर ली गई है।
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वर्जन
प्रारंभिक तौर पर प्रतीत हो रहा है कि गृह मंत्रालय के लोगो आदि का प्रयोग कर फर्जी वेबसाइट बनाई गई होगी। पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। इसमें तकनीकी विशेषज्ञों को भी शामिल किया जाएगा।
– धनंजय सिंह कुशवाह, अपर पुलिस अधीक्षक
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