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संवाद न्यूज एजेंसी, आगरा
Updated Sat, 13 May 2023 12:30 AM IST
मैनपुरी। गर्मी बढ़ते ही जिले में अधिकांश तालाब सूखने लगे हैं। सूखे तालाबों को भरने के लिए अभी तक कोई व्यवस्था नहीं की गई है। देहात में पशु-पक्षियों की प्यास बुझाने के लिए तालाब ही एकमात्र सहारा होते हैं। तालाब सूखने से पशु पक्षी प्यास से परेशान हो रहे हैं। देहात क्षेत्र में तालाब सूखने से पशुपालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
गर्मी में पानी की समस्या से निजात पाने के लिए काम शुरू कराया जाता है। हकीकत यह है गर्मी शुरू होते ही अधिकांश तालाब सूखने लगते हैं। नहरों और नदियों में भी पानी कम हो जाता है। पानी की कमी से किसानों और पशुपालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। जानवरों की प्यास बुझाने के लिए देहात में तालाब ही एकमात्र सहारा होते हैं। देहात क्षेत्र के तमाम तालाब सूखने से पशु पक्षी प्यास से व्याकुल हो रहे हैं। किसानों और पशुपालकों कीे समस्या को दूर करने के लिए अभी तक कोई योजना नहीं बनाई गई है। किसान रामनरेश, सत्यवीर सिंह, दयाराम वर्मा, नरोत्तम सिंह, प्रहलाद सिंह ने डीएम से गर्मी में सूखे तालाबों को भरवाने की मांग की है।
देखरेख नहीं होने से सूखे तालाब
जिले में कई तालाब पूरी तरह सूख गए हैं। कई तालाबों में पानी नहीं के बराबर है। पूर्व में मनरेगा के माध्यम से तालाबों का सौंदर्यीकरण कराकर उनको भरवाया गया था। सही तरीके से देखरेख नहीं होने से गर्मी में तालाब सूखने लगे हैं।
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