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कासगंज। श्रावण मास का आज सोमवती अमावस्या का पर्व है। सोमवती अमावस्या के पर्व पर बड़ी संख्या में गंगा स्नान के लिए श्रद्धालु पहुंचे हैं। श्रद्धालुओं को गंगा स्नान करने के दौरान सावधानी बरतने की जरूरत है। गंगा स्नान करते समय श्रद्धालु इस बात का ध्यान रखें कि गंगा में बाढ़ की स्थिति है। जलस्तर बढ़ा हुआ है। ऐसे में सुरक्षित स्थान पर ही गंगा स्नान करें। भीड़ से बचने के लिए इधर-उधर धारा में गंगा स्नान को नहीं जाएं।लहरा और कछला गंगाघाट पर प्रशासन ने स्नान करने के लिए संकेतक लगाए हैं। आगे काफी गहरा पानी है। इसकी वजह से प्रशासन ने सुरक्षित क्षेत्र चिह्नित करके बल्लियां लगाकर लाल झंडिया लगा दी हैं। सुरक्षा के लिए लगाए सचेतकों की अनदेखी नहीं करें। इन सचेतकों की अनदेखी करने से हादसा हो सकता है। सोमवती के स्नान पर्व को देखते हुए प्रशासन ने अतिरिक्त इंतजाम किए हैं। गंगाघाटों पर गोताखोरों को तैनात किया है। वहीं, पीएसी की फ्लड यूनिट के जवान मोटरवोट के साथ तैनात हैं। सामान्य दिनों की अपेक्षा डेढ़ मीटर से अधिक पानी बढ़ा हुआ है।
जलस्तर बढ़ने के साथ ही गंगा में प्रवाह तेज है। ऐसी स्थिति में सुरक्षा का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। सोमवती स्नान पर्व को देखते हुए रविवार की शाम से ही श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला गंगा घाटों पर शुरू हो चुका था। तीर्थनगरी में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। मध्यप्रदेश, राजस्थान के अलावा अन्य इलाकों के श्रद्धालु सोमवती पर गंगास्नान के लिए आने लगे हैं। स्नान का सिलसिला सोमवार तड़के शुरू हो जाएगा।
कादरगंज गंगाघाट पर गंगास्नान के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कच्चा बांध बनाया गया है। गंगा के प्रवाह में यह बांध कट चुका है। कादरगंज घाट पर भी बाढ़ का प्रकोप है। श्रद्धालुओं को गंगा स्नान करते समय विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।
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