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पटियाली/गंजडुंडवारा। सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के गांव नगला मुंता में सोमवार पूर्वाह्न के समय बुग्गी से घास लेने के लिए जा रहीं चार किशोरियों और एक महिला जा रही थीं। गंगा के गहरे पानी में बुग्गी पलटने से डूब गईं। पीछे दूसरी बुग्गी लेकर आ रहे किशोर ने गंगा में डूब रहीं किशोरियों और महिला को बचाने की कोशिश की। तीन किशोरियों और महिला को तो किशोर ने सहारा देकर बचा लिया, लेकिन एक बालिका की डूबने से मौत हो गई। घटना की जानकारी पर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। परिवार के लोग भी मौके पर आ गए और चीत्कार मच गया। तहसील प्रशासन की टीमें भी घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची।
जानकारी के मुताबिक नगला मुंता निवासी नवाब अली अपनी बुग्गी लेकर पशुओं के लिए चारा लेने के लिए निकले। उसी समय उनकी भतीजी मजिदा (14) पुत्री इकबाल, सानिया (14) पुत्री आबिर, भूरी (13) पुत्री यूनुस, सहरीन(14) पुत्री फरियादी और नजासिन (38) पत्नी हारुन बुग्गी में बैठ गईं। बुग्गी चलने लगी। बुग्गी जैसे ही नाथ कुटी गंगा के सोते में पहुंची तो बाढ़ के पानी का तेज प्रवाह होने से बुग्गली पलट गई। जिससे बुग्गी में सवार सभी लोग पानी में डूब गए। नवाब अली ने शोर मचाया और पीछे दूसरी बुग्गी लेकर आ रहे किशोर ने घटना को देखा तो गंगा में डूबे लोगों को निकालने की कवायद की गई। जिसमें महिला सहित तीन किशोरियों को बचा लिया गया, जबकि मजीदा की डूबने से मौत हो गई। सभी को बदायूं के निजी चिकित्सक के यहां ले जाया गया। मजीदा के परिवार में इस घटना के बाद चीत्कार मच गया। गांव के आस पास के लोग भी मौके पर आ गए। पुलिस मौके पर पहुंच गई। परिजनों ने किशोरी का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया।
घटना की सूचना पर पहुंचे एसडीएम और तहसीलदार
पटियाली। हादसे की जानकारी तहसील प्रशासन को मिली तो तत्काल ही एसडीएम कुलदीप सिंह, तहसीलदार निधि पांडे, थाना प्रभारी राजीव यादव मौके पर पहुंच गए। उन्होंने पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाया और सहायता का भरोसा दिया।
नगला मुंता में बुग्गी पलटने के दौरान 5 लोगों के गंगा में डूबने की घटना पर किशोर शहजाद(13) की बहादुरी काम आई। शहजाद तैराकी जानता था। उसने तत्काल ही सभी को बचाने का प्रयास शुरू कर दिया और एक एक करके सभी को बचाया। 3 किशोरी और महिला तो बच गई, लेकिन मजीदा की मौत हो गई। लोगों की इस बात की जानकारी हुई तो सभी शहजाद की बहादुरी पर उसे शाबाशी दे रहे थे। मौके पर पहुंचे राष्ट्रीय प्रवक्ता अब्दुल हफीज गांधी ने बताया कि शहजाद पीछे से बुग्गी लेकर आ रहा था। जैसे ही उसने घटना देखी तो उसके बाद ही वह बचाने के प्रयासों में जुट गया। उसके प्रयास से चार जानें बच गईं।
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