[ad_1]
मैनपुरी। प्रधान डाकघर में खाताधारकों के खातों से रुपये उड़ाने वाले डाक सहायक पर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। इसके लिए डाक अधीक्षक ने पोस्ट मास्टर को आदेश जारी कर दिया है। इससे डाक कर्मचारियों में खलबली मच गई है। रविवार को दोषी डाक सहायक पर एफआईआर दर्ज हो सकती है। डाक सहायक पहले से ही निलंबित चल रहा है।
डाक सहायक के पद पर प्रधान डाकघर में जीवन शाक्य की तैनाती थी। सितंबर के प्रथम सप्ताह में 60 हजार रुपये का हेरफेर सामने आने के बाद उसे निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद अन्य तीन खाताधारक ऐसे सामने आए थे, जिनके खाते से छह लाख रुपये गायब हुए थे। ये तीनों खाताधारक गांव गढि़या निवासी सगे भाई थे। प्रेमदास, सत्यपाल और देवेंद्र तीनों के ही बचत खातों से धनराशि गायब हो गई थी। लगभग एक सप्ताह तक वे रुपयों के लिए चक्कर लगाते रहे। जांच में मामले की पुष्टि होने पर डाक अधीक्षक देवेंद्र सिंह ने निलंबित डाक सहायक जीवन शाक्य के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने के आदेश पोस्ट मास्टर को दिए हैं। पोस्टमास्टर विवेक प्रताप को अब एफआईआर दर्ज करानी है। रविवार को डाक सहायक के विरुद्ध एफआईआर दर्ज हो सकती है।
एफआईआर के आदेश के बाद डाक कर्मचारियों में खलबली मची हुई है। वहीं प्रधान डाकघर में गबन कितना बड़ा है, इस बारे में पोस्टमास्टर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
तीनों भाइयों के खातों में जमा कराई धनराशि
गढि़या निवासी तीनों भाइयों ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर खातों से रुपये गायब होने की शिकायत की थी। इसके बाद उन्हें लगातार पोस्टमास्टर विवेक प्रताप अगले दिन आने की बात कहकर दौड़ाते रहे। शुक्रवार को उनके खातों में लगभग छह लाख रुपये की धनराशि जमा करा दी गई। इसके बाद उन्हें पासबुक भी अपडेट करके दे दी गई। तीनों भाइयों ने कुछ रुपयों की निकासी भी की। खाताधारक प्रेमदास ने बताया कि उनकी मेहनत की कमाई को खाते से निकाल लिया गया था। शिकायत के बाद उनके व भाइयों के खाते में धनराशि जमा हो गई है।
[ad_2]
Source link