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गंजडुंडवारा/कासगंज। एटा की नहर में कार गिरने के हुए हादसे के पांचों मृतक कासगंज जनपद के थे। चार मृतक गांव नगला अंडऊआ के थे और कार का चालक गांव जैधर का। एटा में पोस्टमार्टम के बाद चार शव जब गांव नगला अंडऊआ में पहुंचे और एक शव जैधर में तो परिवार ही नहीं बल्कि गांव के लोग शवों को देख चीत्कार कर उठे। गांव में हजारों लोगों की भीड़ थी।नगला अंडऊआ में भीड़ का आलम यह बना हुआ था कि जितने लोग गली और सडक़ पर थे उतने ही घरों और छतों से इस दुख भरे मंजर को देख रहे थे। नगला अंडऊआ के तेजेंद्र, संतोष, नीरज और विनीता के शव अपराह्न के समय एटा से पोस्टमार्टम के बाद पहुंचे। यह चारों एक ही परिवार के थे। शव घर की दहरी पर पहुंचते ही चीत्कार मच उठा। मृतकों के घर पर बड़ी संख्या में शोक जताने पहुंचे लोगों की भीड़ थी। नगला अंडऊआ गांव के सभी लोग महिलाएं, बच्चे शव पहुंचते ही एकत्रित हो गए। वहीं, आसपास के गांव के तमाम लोग भी इस दुखद घटना के बाद परिवार के लोगों को सांत्वना देने पहुंचे। चारों ही मृतकों का गांव के ही श्मशान स्थल पर अंतिम संस्कार किया गया। वहीं जैधर में कार चालक शिवम का शव पहुंचने पर कोहराम के हालात बन गए। पीडि़त परिवार को सांत्वना देने पहुंचे सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अब्दुल हफीज गांधी ने बताया कि गांव में लोग शोक में डूबे हैं और इस हादसे से परेशान हैं। मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए।
गांव में नहीं जले चूल्हे, हर कोई शोक में डूबा
कासगंज। नगला अंडऊआ गांव में हादसे की सूचना के बाद ही अफरा तफरी का माहौल बन गया। गांव में परिजनों और गांव के लोगों को जब इस हादसे की जानकारी हुई तो हर कोई घटना स्थल की ओर दौड़ पड़ा। इसके बाद एटा पुलिस शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए ले गई तो गांव के लोग एटा के पोस्टमार्टम गृह पर पहुंच गए और वहां भी ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित थी। जो लोग मौके पर नहीं पहुंचे वे बार बार फोन करके जानकारी ले रहे थे। गांव में चूल्हे तक नहीं जले। गांव में सन्नाटे का आलम था। केवल मृतकों के घर के आस पास ही ग्रामीणों की भीड़ नजर आ रही थी।
4 बच्चे हो गए अनाथ, एक बच्ची है 8 माह की
कासगंज। कार हादसे में दो दंपत्तियों की मौत होने से चार बच्चे अनाथ हो गए। दंपत्ति नीरज की दुधमुंही बेटी 8 माह की राधिका है। इस दुधमुंही बच्ची को देखकर लोग परेशान हो रहे थे। वहीं दूसरे मृतक दंपत्ति तेजेंद्र के तीन बच्चे हैं। जिसमें प्रशांत(15), शीतल(13) एंव सत्यम(8) है।
दो दिन पहले ही नोएडा से गांव आया था शिवम
कासगंज। कार चालक शिवम नोएडा में रह रहा था। वह वहीं पर कार चलाता था और कार चलाकर परिवार का भरण पोषण करता था। शिवम दो दिन पहले ही नोएडा से गांव आया हुआ था। रात्रि के समय उसके पास दोस्त धर्मेंद्र का फोन आया। धर्मेंद्र ने बताया कि भाई की पत्नी की तबीयत खराब है एटा चलना है। यह सूचना मिलने पर वह सभी को लेकर एटा के लिए निकला और देर रात्रि हादसे का शिकार हो गया।
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