[ad_1]
संवाद न्यूज एजेंसी, आगरा
Updated Sun, 15 Oct 2023 12:39 AM IST
कासगंज। दिल्ली की स्पेशल सेल द्वारा 10 करोड़ की ड्रग्स के साथ पकड़ा गया कासगंज का जुबैर बीते कई वर्षों से प्रतिबंधित दवाओं के कारोबार से जुड़ा है। उसका नेटवर्क अलीगढ़, एटा, हाथरस व अन्य जिलों में भी फैला है। वर्ष 2018 में जुबैर के घर से छापामार के दौरान करीब सात लाख रुपये की दवाईयां बरामद हुई थीं। इस दौरान जुबैर के साथ उसका भाई भी पकड़ा गया था। क्योंकि औषधि विभाग को वो लाइसेंस नहीं दिखा सका था। छापामार की कार्रवाई अलीगढ़, एटा और हाथरस जिले की औषधि विभाग की संयुक्त टीम ने की थी। टीम द्वारा बरामद की गई दवाईओं में सरकारी दवा के साथ-साथ सैंपल भी शामिल थे। इसके अलावा पशुओं को दूध देने के लिए लगाए जाने वाला प्रतिबंधित इंजेक्शन ऑक्सीटोसिन भी बरामद मिला था। इतना कुछ होने के बाद भी जुबैर ने इस कार्य में अच्छी कमाई होने के कारण इसको नहीं छोड़ सका। उसने शहर की बजाय बाहरी क्षेत्रों में अपना नेटवर्क फैलाना शुरू किया। इस दौरान उसने अपने साथ नए लोग भी जोड़ने का काम किया।
11 अक्तूबर को अलीगढ़ के फाफला बाजार में दवा की दुकान पर पहुंची थी टीम
कासगंज। जुबैर को लेकर स्पेशल सेल की टीम 11 अक्तूबर को अलीगढ़ के फाफला बाजार पहुंची। यहां तीन कारोबारियों से जुबैर ने प्रतिबंधित दवाओं की खरीद की, लेकिन कोई भी दुकानदार हत्थे नहीं चढ़ सका। ये दवाएं भी बिना बिल के ही खरीदी गईं थीं।
[ad_2]
Source link