[ad_1]
मैनपुरी।
मैनपुरी बार एसोसिएशन के 22 दिसंबर 2022 को हुए वार्षिक चुनाव पर बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश ने सख्त रुख अपनाया है। मैनपुरी बार का चुनाव अवैध मानते हुए तत्काल एसोसिएशन के अध्यक्ष और सचिव को वरिष्ठ समिति को चार्ज सौंपने का आदेश दिया है। चार्ज नहीं सौंपने पर 30 जनवरी को व्यक्तिगत रूप से बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश कार्यालय में उपस्थित होने को कहा गया है।
मैनपुरी बार एसोसिएशन का वार्षिक चुनाव 22 दिसंबर 2022 को हुआ था। वार्षिक चुनाव की प्रक्रिया वरिष्ठ समिति के सदस्य दर्शन लाल राठौर, वीर बहादुर सिंह यादव, सत्यप्रकाश तिवारी, चुनाव अधिकारी एएच हाशमी, जगपाल सिंह यादव द्वारा पूरी कराई गई थी। वार्षिक चुनाव में सौरभ यादव अध्यक्ष तथा संतोष यादव उर्फ राजू सचिव चुने गए थे। वार्षिक चुनाव होने के बाद बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अजय कृष्ण पांडेय, राजीश कुमार यादव, पूर्व सचिव संजीत गौड़, पवन मिश्रा सहित आठ वकीलों ने बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश में शिकायत की थी। शिकायत में बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के तीन दिसंबर के आदेश की अनदेखी करके चुनाव कराने का आरोप लगाया था। बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष मधुसूदन त्रिपाठी ने शिकायत पर संज्ञान लेकर 14 जनवरी को आदेश दिया है। आदेश में बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और सचिव को वरिष्ठ समिति को चार्ज सौंपने का आदेश दिया है। चार्ज नहीं सौंपने पर 30 जनवरी को व्यक्तिगत रूप से बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश कार्यालय में उपस्थित होने को कहा गया है। आदेश का पालन नहीं करने पर एडवोकेट एक्ट की धारा 35 के तहत कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है।
—
वरिष्ठ समिति का किया था गठन
मैनपुरी बार एसोसिएशन का वार्षिक चुनाव कराने के लिए बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश ने तीन दिसंबर को वरिष्ठ समिति का गठन किया था। बार काउंसिल के सचिव सदस्य आईएम खान ने बार एसोसिएशन को पत्र भेजकर प्रभात चतुर्वेदी, श्रीकृष्ण मिश्रा, दर्शन लाल राठौर, वीर बहादुर सिंह यादव, सत्यप्रकाश तिवारी को समिति में शामिल किया था। वरिष्ठ समिति से ही वार्षिक चुनाव कराने के निर्देश दिए थे। बार एसोसिएशन के वार्षिक चुनाव की प्रक्रिया में प्रभात चतुर्वेदी और श्रीकृष्ण मिश्रा को अलग कर दिया गया था।
—
दो वरिष्ठ सदस्यों की सदस्यता बहाल की
बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष मधुसूदन त्रिपाठी ने वरिष्ठ समिति के दो सदस्य प्रभात चतुर्वेदी और श्रीकृष्ण मिश्रा की बार एसोसिएशन की सदस्यता बहाल कर दी है। बार एसोसिएशन ने दोनों सदस्यों की सदस्यता समाप्त कर दी थी। दोनों सदस्यों को बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश ने वरिष्ठ समिति में शामिल किया है।
—
[ad_2]
Source link