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कासगंज। बृहस्पतिवार को सायं के समय हुई बारिश से किसानों की गेहूं की फसल को काफी क्षति हुई है। किसानों की आठ से नौ हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में गेहूं की फसल कटी पड़ी है वहीं कुछ फसल कटाई के लिए पड़ी है। यह फसल बारिश से भीग गई। जिससे तैयार हुआ दाना काला होने की आशंका है। किसान इस बात को लेकर चिंतित हैं। वहीं तेज आंधी में किसानों का हजार क्विंटल भूसा जो खेतों में पड़ा था वह उड़ गया।
खेतों में इस समय गेहूं की कटाई और मढ़ाई का काम तेजी पर चल रहा है। जिले में 80 फीसदी से अधिक गेहूं की कटाई हो चुकी और यह निरंतर जारी है। बृहस्पतिवार की सायं किसानों का गेहूं बारिश में भीग जाने से उनकी चिंताएं बढ़ गईं। इसके अलावा खेतों में तैयार खड़ी मक्का की फसल भी तेज हवा के साथ गिर गई। जिससे मक्का की फसल को भी क्षति का अनुमान है।
बोले किसान-
– अचानक आई बारिश से कटे हुए गेहूं को काफी नुकसान है। हमारी पांच बीघा गेहूं की कटी फसल भीग गई। जिससे गेहूं का दाना काला पड़ सकता है। भींगे हुए गेहूं का भूसा भी खराब निकलेगा- देवेंद्र, म्यांसुर।
– गेहूं की कटी फसल खेत में भीगने से नुकसान हो गया। अभी और बारिश हुई तो यह नुकसान और बढ़ जाएगा। 3-4 दिन बारिश नहीं होती तो किसान की ज्यादातर फसल सुरक्षित हो जाती, लेकिन अब काफी नुकसान हो गया है। प्रकृति की मार किसान पर लगातार पड़ रही है- सूर्यकांत, म्यांसुर।
– ज्यादातर किसानों के द्वारा गेहूं की कटाई और मढ़ाई का काम कर लिया गया है। अभी 10 प्रतिशत किसान ही बचे हैं जिनकी कटी फसल की मढ़ाई नहीं हो सकी है। बारिश से कटी गेहूं की फसल भीगी है। जिससे 8000 हेक्टेयर तक फसल भीगने का अनुमान है। सुमित चौहान
जिला कृषि अधिकारी
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