[ad_1]
ख़बर सुनें
आगरा। अमेरिका से लौटे एक युवक में कोरोना मिला है। दयालबाग क्षेत्र के रहने वाले 34 वर्षीय युवक ने गले में खराश होने पर निजी लैब में जांच कराई। उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जानकारी मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की रैपिड रेस्पांस टीम (आरआरटी) युवक के घर पहुंची और आरटीपीसीआर जांच के लिए नमूना लिया।
युवक अमेरिका में उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहा है। 30 दिसंबर को वह आगरा लौटा। गले में समस्या लगने पर युवक ने निजी लैब में कोरोना की जांच कराई। रिपोर्ट में कोरोना की पुष्टि होने पर मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी गई। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि सूचना मिलने के बाद तत्काल युवक के घर आरआरटी भेजी गई। युवक से उसकी यात्रा की हिस्ट्री के साथ उसके संपर्क में आए लोगों के संबंध में जानकारी की गई। युवक का नमूना एसएन मेडिकल कॉलेज में आरटीपीसीआर जांच के लिए भेज दिया गया है। आरटीपीसीआर की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर युवक के संपर्क में आने वालों की भी जांच की जाएगी। नमूना जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी भेजा जाएगा।
निजी लैब में कोरोना की पुष्टि होने से युवक को स्वास्थ्य विभाग की ओर से एहतियातन होम आइसोलेट कर दिया गया है। युवक के दो घर हैं। एक घर में वह अकेला है, दूसरे घर में माता-पिता हैं। लक्षण दिखने पर युवक ने खुद को अलग कर लिया था। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने युवक को होम आइसोलेशन में ही रहने के लिए कहा है। अमेरिका से लौटे युवक की दिल्ली में एयरपोर्ट पर जांच नहीं की गई थी। वहां जांच की जाती तो स्थिति पहले स्पष्ट हो जाती। चीन से लौटे युवक की भी एयरपोर्ट पर जांच नहीं की गई थी।
आरटीपीसीआर जांच में युवक में कोरोना की पुष्टि होती है तो यह तीसरा मामला हो जाएगा। इससे पहले जिले में कोरोना के दो मामले सामने आ चुके हैं। पहला मामला 25 दिसंबर को सामने आया था। चीन से लौटे युवक में कोरोना की पुष्टि हुई थी। हालांकि मरीज में कोरोना के कोई लक्षण नहीं थे। इसके बाद 26 दिसंबर को ताजमहल देखने पहुंचे अर्जेंटीना के 40 वर्षीय पर्यटक की जांच की गई थी। रिपोर्ट 28 को आई, उसमें भी कोरोना की पुष्टि हुई। हालांकि पर्यटक स्वास्थ्य विभाग की पकड़ में नहीं आया, रिपोर्ट आने से पहले ही वह आगरा से जा चुका था। चीन से लौटे युवक में कोरोना की पुष्टि होने के बाद नमूना जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए केजीएमयू भेजा गया था। नौ दिन बीत चुके हैं, अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है। इससे कोरोना के वैरिएंट का पता नहीं चल सका है।
आगरा। अमेरिका से लौटे एक युवक में कोरोना मिला है। दयालबाग क्षेत्र के रहने वाले 34 वर्षीय युवक ने गले में खराश होने पर निजी लैब में जांच कराई। उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जानकारी मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की रैपिड रेस्पांस टीम (आरआरटी) युवक के घर पहुंची और आरटीपीसीआर जांच के लिए नमूना लिया।
युवक अमेरिका में उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहा है। 30 दिसंबर को वह आगरा लौटा। गले में समस्या लगने पर युवक ने निजी लैब में कोरोना की जांच कराई। रिपोर्ट में कोरोना की पुष्टि होने पर मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी गई। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि सूचना मिलने के बाद तत्काल युवक के घर आरआरटी भेजी गई। युवक से उसकी यात्रा की हिस्ट्री के साथ उसके संपर्क में आए लोगों के संबंध में जानकारी की गई। युवक का नमूना एसएन मेडिकल कॉलेज में आरटीपीसीआर जांच के लिए भेज दिया गया है। आरटीपीसीआर की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर युवक के संपर्क में आने वालों की भी जांच की जाएगी। नमूना जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी भेजा जाएगा।
निजी लैब में कोरोना की पुष्टि होने से युवक को स्वास्थ्य विभाग की ओर से एहतियातन होम आइसोलेट कर दिया गया है। युवक के दो घर हैं। एक घर में वह अकेला है, दूसरे घर में माता-पिता हैं। लक्षण दिखने पर युवक ने खुद को अलग कर लिया था। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने युवक को होम आइसोलेशन में ही रहने के लिए कहा है। अमेरिका से लौटे युवक की दिल्ली में एयरपोर्ट पर जांच नहीं की गई थी। वहां जांच की जाती तो स्थिति पहले स्पष्ट हो जाती। चीन से लौटे युवक की भी एयरपोर्ट पर जांच नहीं की गई थी।
आरटीपीसीआर जांच में युवक में कोरोना की पुष्टि होती है तो यह तीसरा मामला हो जाएगा। इससे पहले जिले में कोरोना के दो मामले सामने आ चुके हैं। पहला मामला 25 दिसंबर को सामने आया था। चीन से लौटे युवक में कोरोना की पुष्टि हुई थी। हालांकि मरीज में कोरोना के कोई लक्षण नहीं थे। इसके बाद 26 दिसंबर को ताजमहल देखने पहुंचे अर्जेंटीना के 40 वर्षीय पर्यटक की जांच की गई थी। रिपोर्ट 28 को आई, उसमें भी कोरोना की पुष्टि हुई। हालांकि पर्यटक स्वास्थ्य विभाग की पकड़ में नहीं आया, रिपोर्ट आने से पहले ही वह आगरा से जा चुका था। चीन से लौटे युवक में कोरोना की पुष्टि होने के बाद नमूना जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए केजीएमयू भेजा गया था। नौ दिन बीत चुके हैं, अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है। इससे कोरोना के वैरिएंट का पता नहीं चल सका है।
[ad_2]
Source link