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अब सीधे राशन की दुकानों पर पहुंचेगा अनाज
-बैठक में डीएम ने राशन वितरण व्यवस्था की समीक्षा की
संवाद न्यूज एजेंसी
मैनपुरी। कलेक्ट्रेट सभागार में बुधवार को डीएम अविनाश कृष्ण सिंह ने राशन वितरण व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सिंगल स्टेज के आधार पर ही राशन का उठान हो। ठेकेदार प्रत्येक विकासखंड पर एक-एक छोटा वाहन दो दिन में उपलब्ध कराएं। दो दिन बाद ठेकेदार को काली सूची में शामिल किया जाएगा।
डीएम ने कहा कि प्रत्येक राशन डीलर तक पूरी मात्रा में खाद्यान्न पहुंचे। खाद्यान्न उठान से लेकर राशन डीलर की दुकान तक उतरने के समय विपणन, पूर्ति विभाग के निरीक्षक मौजूद रहें। एसडीएम, बीडीओ रैंडम तौर पर गोदामों से उठान के समय सत्यापन करें। किसी भी स्तर पर खाद्यान्न के लोडिंग, अनलोडिंग के समय घटतौली की समस्या न हो। गोदाम से खाद्यान्न ले जाने वाले सभी वाहनों में जीपीएस सिस्टम हो। उनकी जीपीएस के माध्यम से निरंतर मॉनिटरिंग हो।
उन्होंने कहा कि अन्नपूर्णा योजना के तहत जनपद में 75 दुकानों का निर्माण होना है। प्रथम चरण में जनपद के प्रत्येक विकासखंड की एक-एक ग्राम पंचायत में अन्नपूर्णा योजना के तहत दुकान का निर्माण कराया जाएगा। एसडीएम, बीडीओ संयुक्त रूप से ऐसी ग्राम पंचायत का चयन प्रथम चरण में किया जाए। जिन ग्राम पंचायतों में राशन डीलर की दुकान सकरी गली में हो। वहां तक ट्रक के माध्यम से खाद्यान्न न पहुंचता हो उन स्थानों को चिन्हित कर वहां ग्राम पंचायत सचिवालय के समीप भूमि का चयन कर दुकान का निर्माण कराया जाए।
सीडीओ विनोद कुमार, एडीएम रामजी मिश्र, उपायुक्त एनआरएलएम पीसी राम, एसडीएम नवोदिता शर्मा, अंजलि सिंह, गोपाल शर्मा, आरएन वर्मा, युगांतर त्रिपाठी, नितिन कुमार, डिप्टी आरएमओ उदित नारायण, जिलापूर्ति अधिकारी कयामुद्दीन अंसारी मौजूद रहे।
छह राशन की दुकानें चल रही हैं खाली
विकासखंड बेवर के ग्राम छबीले पुर, दयानत नगर मोटा, विकासखंड सुल्तानगंज के ग्राम रंगपुर, विकासखंड बरनाहल के ग्राम बलपुरा, बीनापुर, रेड़ापुर में राशन डीलर की दुकान खाली चल रही हैं। डीएम ने कहा कि संबंधित बीडीओ तत्काल रिक्त, मृतक आश्रित कोटे की दुकानों का प्रस्ताव कराएं। जहां विवाद की स्थिति हो। बीडीओ और एसडीएम अपनी मौजूदगी में प्रस्ताव कराएं। तहसील मैनपुरी में 15, भोगांव, करहल में 12-12, कुरावली में चार, किशनी में पांच, घिरोर में दो पेट्रोल पंप की एनओसी के मामले लंबित हैं। संबंधित एसडीएम तत्काल निस्तारण कराएं।
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