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रामलीला मैदान में अंसेबल हुई टनल बोरिंग मशीन
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा मेट्रो के भूमिगत कॉरिडोर के लिए रामलीला मैदान में टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) की असेंबलिंग हो गई है। जल्द सुरंग की खुदाई शुरू होगी। 95 मीटर लंबी टीबीएम रामलीला मैदान से लॉन्च की जाएगी। कुल सात भूमिगत स्टेशन के लिए सुरंग बनेगी। पहले चरण में ताजमहल, आगरा किला और जामा मस्जिद के लिए सुरंग बनेगी। दूसरी चरण में एसएन मेडिकल कॉलेज, आगरा कॉलेज, राजामंडी और आरबीएस तक खुदाई होगी।
सात भूमिगत स्टेशन के लिए खोदी जाएगी सुरंग
सिकंदरा से ताजपूर्वी गेट तक पहले मेट्रो कॉरिडोर में 13 स्टेशन हैं। जिनमें से फतेहाबाद रोड पर तीन एलिवेटिड स्टेशन तैयार हो गए हैं। बाकी सात भूमिगत स्टेशन के लिए सुरंग खोदी जाएगी। 1820 करोड़ रुपये भूमिगत सेक्शन पर उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) खर्च करेगा। तीन एलिवेटिड और तीन भूमिगत कुल छह स्टेशन के बीच मार्च 2024 तक मेट्रो ट्रायल का लक्ष्य है। सुरंग खोदाई में चार टीबीएम मशीनों का इस्तेमाल होगा। यह मिनी रेल जैसी होगी। 95 मीटर लंबी होगी। जो जमीन के अंदर खुदाई करेगी। टीबीएम के सभी कुल पुर्जों को जोड़कर रामलीला मैदान में टीबीएम को असेंबल किया गया है।
एक दिन में 10 मीटर होगी खुदाई
यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने बताया कि जल्द टीबीएम से टनल बनाने का काम शुरू होगा। सुरंग में होकर मेट्रो चलेगी। एक टीबीएम दिन में औसतन 10 मीटर सुरंग खोदेगी। टीबीएम के आगे के भाग पर कटर लगा होगा। पीछे एक ट्रॉली लगी होगी जो खुदाई के साथ-साथ मिट्टी को बाहर निकालेगी। दूसरा कॉरिडोर कैंट रेलवे स्टेशन से कालिंदी विहार तक बनेगा। 14 स्टेशन वाला यह पूरा कॉरिडोर एलिवेटिड होगा। आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट पर करीब 8300 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
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