[ad_1]
सौर ऊर्जा
– फोटो : अमर उजाला ब्यूरो
विस्तार
जिस आगरा में तेज धूप निकलती है। सूरज की किरणें चुभती हैं। मौसम शुष्क रहता है। वहां यही खूबी निवेश की बड़ी वजह बन गई। यहां सौर ऊर्जा उत्पादन के लिए 17 हजार करोड़ रुपये के प्रस्ताव आए हैं। सूरज की किरणों की तरह आगरा सूबे में निवेश के मामले में दूसरे स्थान पर चमक रहा है। नोएडा के बाद प्रदेश में आगरा निवेशकों की पहली पसंद बनकर उभरा है।
सौर ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में आगरा में 13 प्लांट लगने जा रहे हैं। जिनसे करीब पांच हजार मेगावाट बिजली उत्पादन होगा। कुल 17117 करोड़ रुपये का निवेश होगा। उपायुक्त उद्योग अनुज कुमार ने बताया कि सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन कर निवेशक ग्रिड के माध्यम से बिजली बेचा करेंगे। आगरा में गर्मी बहुत पड़ती है। धूप तेज रहती है। इसलिए यह शहर सौर ऊर्जा क्षेत्र निवेशकों को रास आया है।
ताज ट्रेपेजियम जोन (टीटीजेड) की बंदिशों के कारण पिछले 25 साल से यहां निवेश का रास्ता बंद था। नीरी की नई सेक्टोरियल गाइडलाइन आने और बंदिशों में ढिलाई से निवेशक आकर्षित हुए हैं। आगरा में कुल 3.35 लाख करोड़ रुपये के 281 प्रस्ताव आए हैं। पूरे यूपी में 33 लाख करोड़ रुपये के प्रस्ताव हैं। जिनमें आगरा की हिस्सेदारी 10 फीसदी है। पहले स्थान पर नोएडा है। नोएडा में रिकाॅर्ड 7.85 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश होगा। तीसरे नंबर पर लखनऊ 1.96 लाख करोड़ रुपये है।
निवेशकों की मदद के लिए नियुक्त होंगे उद्यमी मित्र
यूपी ग्लोबल समिट की तर्ज पर 10 से 12 फरवरी तक आयोजित इन्वेस्टर्स समिट का रविवार को विकास भवन में समापन हुआ। जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल की अध्यक्षता में उद्योग बंधु की बैठक भी हुई। जहां उद्यमियों ने कागजी व तकनीकी प्रक्रिया को सरल करने की मांग रखी। डीएम नवनीत चहल ने बताया कि संबंधित विभाग एनओसी प्रक्रिया में सहयोग करेंगे। निवेशकों की मदद के लिए जिलास्तर पर उद्यमी मित्र नियुक्त किए जाएंगे, जो उद्यमियों की कागजी व तकनीकी कमियां पूरी कराएंगे। जो निवेश के प्रस्ताव आए हैं, उन्हें धरातल पर उतारने में सहयोग करेंगे। समापन में सीडीओ ए मनिकन्डन, उद्यमी प्रदीप वासन, मुकेश अग्रवाल आदि मौजूद रहे।
[ad_2]
Source link