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अस्पताल के बाहर लगे बोर्ड पर अस्पताल में सेवाएं देने वाले तीन डॉक्टरों के नाम लिखे थे। इसमें डॉ. ईशू शर्मा के अलावा डॉ. अनूप शर्मा (एमबीबीएस, एमएस) व डॉ. मनोज वर्मा (एमबीबीएस, एमएस) का नाम लिखा था, जबकि अंदर बैनर पर पांच डॉक्टरों का नाम था।
इसमें डॉ. ईशू शर्मा के अलावा डॉ. एस वर्मा (स्त्री रोग विशेषज्ञ), डॉ. जितेंद्र वर्मा (लेप्रोस्कोपिक सर्जन), डॉ. पीके श्रीवास्तव (बाल रोग विशेषज्ञ व जनरल सर्जन), डॉ. घनेंद्र यादव (यूरो सर्जन) का नाम लिखा था।
आईएमए के अध्यक्ष डॉ. ओपी यादव ने बताया कि आर मधुराज हॉस्पिटल में जिन डॉक्टरों के पैनल का नाम दिया गया है, उसमें से कोई आईएमए का सदस्य नहीं है। इस संबंध में जानकारी कर ली गई है। यहां तक की डॉक्टरों के नाम सुने भी नहीं हैं।
मरीजों को किया शिफ्ट
अस्पताल में चार मरीज भर्ती थे। उनके साथ छह तीमारदार भी थे। कर्मचारियों में चार लोग थे। आग लगने पर सभी बाहर निकल आए। इसके बाद सभी को शिफ्ट कर दिया गया। तीमारदार यही कह रहे थे कि अस्पताल में आग पहुंच जाती तो जान बच पाना मुश्किल हो जाता।
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