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सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : सोशल मीडिया
विस्तार
फतेहगढ़ सेना की भर्ती देखने गया बाह के गांव मुढि़यापुरा निवासी शैलेंद्र कुमार ठग गिरोह के जाल में फंस गया। सेना में अधिकारी बनाने का झांसा देकर उससे 21 लाख रुपये ले लिए गए। एक साल बाद फर्जी नियुक्तिपत्र भी थमा दिया। वह शिलांग में सेना के मुख्यालय में नियुक्तिपत्र लेकर पहुंचा तो हकीकत का पता चला। उसने पुलिस से शिकायत की। इस पर दिल्ली, इटावा और मुरैना के सात लोगों क खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस विवेचना कर रही है।
शैलेंद्र कुमार ने बताया कि पिता सुरेंद्र सिंह किसान हैं। वह इंटरमीडिएट पास है। सेना भर्ती की तैयारी कर रहा है। दिसंबर 2020 में फतेहगढ़ में सेना की भर्ती निकली थी। वह भर्ती देखने गया था। भर्ती स्थल के पास कुछ लोग मिले। उन्होंने उससे कहा कि वो भर्ती करा देंगे। उनकी सैन्य अधिकारियों से अच्छी जान पहचान है। इसके लिए कुछ रकम देनी होगी। उसने विश्वास नहीं किया। वो लोग भर्ती में शामिल होने आए कुछ युवकों को भर्ती स्थल के गेट से अंदर प्रवेश करा रहे थे। इससे उसे लगा कि उनकी पहचान होगी। उसने उनसे बात की। सभी ने उससे कहा कि वो उसे अधिकारी बनवा देंगे। अपना मोबाइल नंबर दे दिया।
आरोपियों ने घर आकर ली रकम
शैलेंद्र ने बताया कि 25 दिन बाद गिरोह के सदस्य उसके घर पहुंच गए। अधिकारी बनाने के लिए 21 लाख रुपये मांगे। उन्होंने रुपयों का इंतजार किया। कुछ रकम दे दी। छह महीने बाद उसे मेडिकल के लिए दिल्ली बुलाया। एक होटल में मेडिकल हुआ। बाद में उसे एक वेबसाइट दिखाकर सूची में नाम दिखा दिया। उसे लगा कि उसका चयन हो गया। आरोपियों ने उससे बाकी की रकम भी ले ली। 21 लाख रुपये लेने के बाद फरवरी 2022 में नियुक्ति पत्र थमा दिया। यह शिलांग में सेना के मुख्यालय का था। वह नियुक्तिपत्र लेकर हेड क्वार्टर पहुंचा। सैन्य कर्मियों ने उसे फर्जी बताया। वह वापस आ गया। आरोपियों से रकम लौटाने को कहा। मगर, वो तैयार नहीं हुए। धमकी देने लगे। बाद में बंद खाते का चेक थमा दिया।
इनके खिलाफ दर्ज कराया मुकदमा
पीड़ित की तहरीर पर इटावा के पछिया गांव के अमोल सिंह के बेटे सतेंद्र कुमार, लवली, दिल्ली के संगम बिहार निवासी पुष्पेंद्र सिंह, बबीता यादव, मुरैना के रामचरन का पुरा निवासी प्रदून सिंह, आगरा के दिनेश कुमार, राहुल कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी सतेंद्र ने फोन पे से 3.80 लाख रुपये लिए थे। बबीता ने 418240 और दिनेश ने 5.50 लाख रुपये लिए। बाकी रकम कैश ली। इंस्पेक्टर बाह संजीव शर्मा ने बताया कि सेना में भर्ती के नाम पर हुई ठगी के मामले में केस दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है।
बैंक ने चेक किया वापस
गिरोह के सदस्य राहुल कुमार ने 18 जुलाई 2022 को एक्सिस बैंक की भिंड शाखा का 10 लाख का चेक दिया था। पीड़ित शैलेंद्र ने 19 जुलाई 2022 को केनरा बैंक की बाह शाखा में चेक भुगतान के लिए लगाया। मगर, बैंक कर्मियों ने एकाउंट ब्लॉक बताकर 20 जुलाई को वापस कर दिया।
रहें सावधान
सेना में भर्ती के नाम पर कई बार दलाल युवाओं को ठगी का शिकार बना चुके हैं। पुलिस के मुताबिक, भर्ती में शामिल होने वाले युवा दलाल के झांसे में नहीं आएं। अगर, कोई व्यक्ति भर्ती कराने की बात करता है तो समझ जाएं ठगी की जा रही है। भर्ती स्थल पर भी बोर्ड लिखा जाता है। इसकी सूचना पुलिस को देनी चाहिए।
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