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आगरा नगर निगम
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
आगरा के थाना ताजगंज के नंदा बाजार में सीवर मैनहोल में होकर पानी की पाइपलाइन बिछाने पर नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल ने कार्यदायी संस्था मैसर्स एसबीई-टीसीपी (जेवी) पर 10.05 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। विस्तृत जांच के लिए 5 सदस्यीय कमेटी बनाई है। 7 दिन में कमेटी रिपोर्ट देगी।
सीवर मैनहोल से पानी की लाइन को शिफ्ट करने के नगरायुक्त ने ठेकेदार को निर्देश दिए थे, लेकिन ठेकेदार फर्म ने लाइन नहीं हटाई। पानी की लाइन बिछाते समय ठेकेदार ने नगर निगम ने अनुमति मिलने की बात कही थी, लेकिन वह अनुमति नहीं दिखा सका। ऐसे में ठेकेदार फर्म एसबीई-टीसीपी पर 10,05,040 रुपये का जुर्माना लगाया है।
जांच में पता चला कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत ताजगंज क्षेत्र में 24 घंटे पेयजल आपूर्ति के लिए 450 एमएम व्यास की 120 मीटर लंबी पाइपलाइन को 8 मैनहोल से गुजारा गया। इस मैनहोल में पानी के अलावा टोरंट व अन्य विभागों की केबिलें व पाइपलाइन पहले से बिछी हैं।
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ये है मामला
ताजगंज के नवादा और नंदा बाजार इलाके से स्मार्ट सिटी कंपनी ने पानी की 350 मिमी व्यास की पाइपलाइन निकाली है। इसका खुलासा तब हुआ, जब सीवर उफनने के बाद इसकी सफाई कराई गई। पाइपलाइन अंदर नजर आई। 1000 करोड़ रुपये से किए गए आगरा स्मार्ट सिटी के कार्यों को हैंडओवर किए जाने की प्रक्रिया शुरू हो रही है। ताजगंज में बिछाई गई पानी और सीवर की लाइनों में इतनी गड़बड़ियां हैं कि जलकल विभाग लेने को तैयार नहीं। इस बीच स्मार्ट सिटी का यह कारनामा सामने आया है। हैरतअंगेज पहलू ये है कि सीवर और पानी की पाइपलाइन के दोनों काम स्मार्ट सिटी ने ही किए हैं। पहली वैक्यूम सीवर लाइन का दावा कंपनी ने किया था। अलाइनमेंट बचाने और जल्दबाजी के कारण नवादा और नंदा बाजार में यह गड़बड़ी की गईं, जिसका खामियाजा ताजगंज के लोगों को उठाना पड़ रहा है।
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