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आगरा सदर तहसील
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश के आगरा में संपूर्ण समाधान दिवस में एक छत के नीचे हर विभाग की शिकायतों के समाधान का दावा खोखला साबित हो रहा है। शनिवार को सदर तहसील में 138 शिकायतें आईं। छह का ही निस्तारण हो सका। एडीएम सिटी व एसडीएम के सामने मायूस होकर लौट गए।
मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने शिकायतों के निस्तारण की व्यवस्था में बदलाव किया था। जिसका असर नहीं दिख रहा। बार-बार असंतुष्ट फरियादी शिकायत दर्ज कराने पहुंच रहे हैं। जांच के नाम पर फर्जी आख्या देकर उच्च अधिकारियों को गुमराह करने के आरोप लग रहे हैं।
सदर तहसील बार एसोसिएशन अध्यक्ष लाल बहादुर राजपूत ने अधिवक्ताओं के चैंबर पर बिजली कनेक्शन की मांग करते हुए दूसरी बार प्रार्थनापत्र दिया। आजाद नगर निवासी दाऊद ने भूमाफिया पर संपत्ति कब्जाने और पुलिस व प्रशासन से मदद नहीं मिलने की शिकायत की।
अवधपुरी निवासी अखिलेश दुबे ने शिकायत दर्ज कराई कि जल निगम ने गंगाजल कनेक्शन के लिए खोदे गड्ढे खुले छोड़ दिए हैं। जिनमें गिरने से राहगीर घायल हो रहे हैं। लखनपुर निवासी राम निवास से शिकायत दर्ज कराई है कि दबंग लोग उसके प्लॉट पर कब्जा करना चाहते हैं। कुल 138 शिकायतों में सबसे ज्यादा 44 शिकायत राजस्व विभाग से संबंधित रहीं।
इनमें सरकारी व निजी भूमि पर कब्जे, अतिक्रमण व राजस्व कर्मियों पर भ्रामक रिपोर्ट प्रस्तुत करने की शिकायत थीं। एडीएम सिटी अनूप कुमार ने सात दिन में बाकी शिकायतों के निस्तारण के निर्देश संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिए हैं।
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