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शाहगंज थाना
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा के थाना शाहगंज क्षेत्र में कारखाना संचालक दिनेश कुमार की हत्या की साजिश रची गई थी। जूता व्यापारी जितेंद्र उर्फ जीतू ने व्यापारिक संबंध तोड़ने पर एक लाख में सुपारी दी थी। कुख्यात ओमप्रकाश उर्फ ओपी के साथी हिस्ट्रीशीटर विनय प्रताप उर्फ वीपी ने सुपारी ली। वह साथी शूटर के साथ कारखाना संचालक के घर पहुंचा था। दो गोली चलाईं। मगर, संयोग से वो बच गए। पुलिस ने वीपी और व्यापारी को गिरफ्तार कर लिया। एक फरार है। उसकी तलाश की जा रही है।
प्रकाश नगर में नौ मई को घर के बाहर दिनेश कुमार पर दो फायर किए गए थे। वो बाल-बाल बच गए थे। बाइक पर आए दो हमलावरों ने घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने हमलावरों की तलाश की। सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। पुलिस को हमलावरों की बाइक का नंबर मिल गया। डीसीपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि हत्या के प्रयास में दो आरोपी इंद्रा कालोनी निवासी वीपी और प्रकाश नगर निवासी जितेंद्र को गिरफ्तार किया गया है।
पूछताछ में पता चला कि जितेंद्र ने दिनेश की हत्या की सुपारी वीपी को दी थी। वीपी थाना शाहगंज का हिस्ट्रीशीटर है। उसने अपने साथी अनुज के साथ घटना को अंजाम दिया। संयोग से दिनेश कुमार बच गए। दिनेश लेमीनेशन का काम करते हैं। जितेंद्र जूता कारखाना चलाता है। दिनेश के कारखाने में रेगजीन लेमीनेशन के लिए भेजा करता था। दिनेश-जितेंद्र में किसी बात पर विवाद हो गया। इस पर दिनेश ने माल लेना बंद कर दिया। जितेंद्र से व्यापारिक संबंध तोड़ लिए। इससे वह रंजिश मान रहा था। इसलिए दिनेश की हत्या की योजना बनाई।
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व्यापार में हो गया था घाटा
पुलिस की पूछताछ में जितेंद्र ने बताया कि दिनेश के माल नहीं लेने की वजह से उसका व्यापार में घाटा हो गया था। काम भी बंद हो गया। उसे बहुत बुरा लगा था। 12 साल से उसकी दोस्ती विनय प्रताप उर्फ वीपी से है। वीपी को दिनेश की हत्या के लिए सुपारी दी। 50 हजार रुपये एडवांस में दे दिए। बाकी रकम बाद में देने का वादा किया। घटना वाले दिन वीपी अपने साथी शूटर अनुज के साथ दिनेश के घर पहुंचा था। अनुज ने दो फायर किए। फिर दोनों फरार हो गए। पुलिस को बाइक का नंबर मिल गया। इससे आरोपियों तक पहुंच गई। उनसे एक बाइक, 30625 रुपये, दो मोबाइल और एक फोटो बरामद की है।
फोटो पर लिखकर दिया था नाम
डीसीपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि जितेंद्र ने वीपी को दिनेश की एक फोटो दी थी। इस पर पेन से दिनेश का नाम भी लिखा था। यह पुलिस को मिल गई है। इसे साक्ष्य के रूप में रखा गया है। इसके अलावा आरोपियों के मोबाइल में व्हाट्स एप चैट और ऑडियो क्लिप भी मिली है। यह चार्जशीट में साक्ष्य के रूप में शामिल की जाएंगी। विनय के खिलाफ 11 मुकदमे दर्ज हैं।
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