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अगम प्रसाद माथुर का निधन हो गया
– फोटो : अमर उजाला
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राधास्वामी मत के पांचवे गुरु और आगरा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर अगम प्रसाद माथुर (दादा जी महाराज) का आज पूर्वान्ह में निधन हो गया। दुनिया भर के राधास्वामी मत के अनुयायियों में शोक की लहर है। हजूरी भवन, पीपल मंडी, आगरा में हर कोई राधास्वामी नाम का जाप कर रहा है। अंतिम यात्रा 27 जनवरी, 2023 को हजूरी भवन से ताजगंज मोक्ष धाम के लिए प्रस्थान करेगी
बताते चलें कि अगम प्रसाद माथुर का जन्म 27 जुलाई, 1930 को जन्मे ईश्वर की ख्याति धर्मगुरु, शिक्षाविद विचारक, इतिहासवेत्ता, ऑर्कियोलॉजिस्ट, लेखक, कवि, साहित्यकार के रूप में अधिक है। उन्होंने कई पुस्तकें लिखी हैं जिनके माध्यम से दुनिया भर के राधास्वामी मत के अनुयायी मार्गदर्शन प्राप्त कर रहे हैं।
राधास्वामी मत के अधिष्ठाता के रूप में दादाजी महाराज ने पूरे भारत का भ्रमण कर मत के सिद्धांतों से हर किसी को अवगत कराया। उन्होंने समाज सेवा के क्षेत्र में अनेक सुधार किए। महिलाओं को हर कार में प्राथमिकता दी। दादाजी महाराज ने सेंट जॉन्स कॉलेज में शिक्षा प्राप्त की। वह आगरा कॉलेज में इतिहास विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर रहे। उनके मार्गदर्शन में दर्जनों लोगों ने पीएचडी की उपाधि प्राप्त की।
बताया कि दादाजी आगरा विश्वविद्यालय के दो बार कुलपति रहे, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। उन्होंने कुलपति के रूप में विश्वविद्यालय में अनेक सुधार किए। यहां कई व्यावसायिक पाठ्यक्रमों को शुरू किया। हजूरी भवन का वर्तमान स्वरूप भी दादाजी महाराज की देन है। उनके द्वारा किए गए सुधार कार्य सदैव अविस्मरणीय रहेंगे।
हजूरी भवन से जारी सूचना
राधास्वामी सत्संग का आदि केंद्र हजूरी भवन, पीपल मंडी, आगरा में स्थापित है। इसके अधिष्ठाता परम पुरुष पूरन धनी दादाजी महाराज प्रोफेसर अगम प्रसाद माथुर ने 25 जनवरी को चोला छोड़ दिया है। उनकी अंतिम यात्रा 27 जनवरी को हजूरी भवन से सुबह 10 बजे ताज गंज के लिए प्रस्थान करेगी।
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