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बच्चे डूबे
– फोटो : Social Media
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आगरा के थाना ट्रांस यमुना क्षेत्र के पवन विहार के पास यमुना नदी में नहाने गए दो बालक खनन के गड्ढों में समा गए। शाम तक बच्चे घर नहीं लौटे तो परिजन तलाश करते हुए यमुना किनारे पहुंचे। यहां किनारे पर दोनों के कपड़े रखे हुए मिले। इस पर चीखपुकार मच गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने देर रात तक उनकी तलाश करवाई, लेकिन पता नहीं चल सका। बच्चों के परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है।
इस्लाम नगर के रहने वाले हैं दोनों बच्चे
टेढ़ी बगिया स्थित इस्लाम नगर श्यामपुर के रहने वाले रितिक (10) पुत्र विजयपाल और तन्नू (9) पुत्र सत्यप्रकाश दोपहर 12 बजे खेलते हुए यमुना किनारे में पवन विहार पहुंच गए। यहां खनन माफिया ने यमुना में गहरे गड्ढे कर दिए हैं। दोनों बच्चे शाम तक घर नहीं लौटे तो परिजन को चिंता हुई। उन्होंने आसपास तलाश किया। इसके बाद लोगों ने पवन विहार में बच्चों के यमुना में नहाने के बारे में जानकारी दी।
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किनारे पर मिले कपड़े
परिजन पवन विहार में यमुना किनारे पहुंचे तो दोनों बच्चों के कपड़े किनारे पर रखे मिल गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने रात करीब 8 बजे बच्चों की तलाश में स्टीमर से गोताखोरों को लगाया मगर अंधेरा होने के कारण ज्यादा देर तक तलाश नहीं की जा सकी। उधर, परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है। दोनों के पिता मजदूरी करते हैं। इंस्पेक्टर ने बताया कि बच्चों की तलाश की जा रही है। अभी तक सुराग नहीं मिला है। पूछताछ में पता चला है कि मोहल्ले से कई बच्चे यमुना में नहाने गए थे, लेकिन यह दोनों ही बच्चे घर नहीं लौटे थे।
पवन विहार में छलनी कर दी यमुना की छाती
यमुना किनारे में पवन विहार, ट्रांस यमुना और रामबाग से आगे रात में ट्रैक्टरों से खनन किया जा रहा है। इस कारण यमुना में गहरे गड्ढे हो गए हैं। नदी में पानी बढ़ने पर गड्ढे भर जाते हैं। आमतौर पर लोगों को यह पता नहीं चल पाता कि गड्ढे हैं। इसके चलते पहले भी यहां 10 से ज्यादा लोगों की डूबने से मौत हो चुकी है। पुलिस प्रशासन का अवैध खनन की ओर कोई ध्यान नहीं है। इससे आए दिन हादसे हो रहे हैं।
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