[ad_1]
tax notice
– फोटो : amar ujala
ख़बर सुनें
विस्तार
ताजमहल पर पहले 1.45 लाख रुपये का गृहकर और फिर 1.95 करोड़ रुपये का सीवर, पानी टैक्स का नोटिस देने के मामले ने टैक्स की गड़बड़ियों को उजागर किया है। पार्षदों ने एक-एक कर ऐसे मामलों को सामने रखा है। इनमें मंत्री और विधायक से जुड़े मामले भी शामिल हैं, जिनके रिश्तेदार और करीबी लोग मनमाने टैक्स के नोटिस से परेशान हैं।
छावनी से विधायक और पूर्व मंत्री ने तो नगर निगम सदन में टैक्स की गड़बड़ी को सामने रखा था। अब भी सांई कंस्ट्रक्शन कंपनी से सर्वे कराया जा रहा है। छावनी से विधायक डॉ. जीएस धर्मेश के गोपालपुरा स्थित मकान नंबर 38/5 को सर्वे कंपनी ने चार मंजिला बताकर टैक्स थोप दिया, जबकि उनका मकान एक मंजिला है। पूर्व मंत्री और लगातार दूसरी बार के विधायक डॉ. धर्मेश ने सर्वे करने वाली कंपनी के खिलाफ प्रदेश सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने इसे ब्लैक लिस्ट करने तथा भविष्य में कोई काम न देने की मांग की है।
बिल बनाने वाले के खिलाफ हो कार्रवाई
पार्षद शिरोमणि सिंह ने बताया कि जब देश में किसी स्मारक पर गृहकर नहीं लगा तो आगरा के अधिकारियों ने कौन से दस्तावेजों से गृहकर लगाया है। इसका ब्योरा सार्वजनिक किया जाए। बिना कनेक्शन के ही बिल किसने बनाया, उस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
निरस्तीकरण हल नहीं, कार्रवाई हो
एक मंजिला मकान को दो मंजिला बताया गया है तो 700 वर्ग फुट जमीन की जगह 2400 वर्ग फुट का टैक्स बनाकर भेजा गया। निरस्तीकरण हल नहीं, जो मानसिक रूप से उत्पीड़न किया गया है, उस पर कार्रवाई होनी चाहिए। -उमेश पेरवानी, पार्षद
ब्लैक लिस्ट में डाली जाए कंपनी
ये तो ताजमहल है। सरकारी विभाग है तो मामला निपट जाएगा। यदि किसी इंसान के नाम पर ऐसा मनमानी बिल बनाकर भेज देंगे तो लोग कहां तक चक्कर काटेंगे। कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर जुर्माना लगाया जाए। पूरे प्रदेश में कंपनी को कहीं काम न दिया जाए। -राहुल चौधरी, पार्षद
ऑफिस में बैठकर तय किया टैक्स
ताजमहल पर हाउस टैक्स और सीवर, पानी के टैक्स का नोटिस बताता है कि सांई कंपनी ने टैक्स के मामले में लोगों को किस कदर उत्पीड़ित और परेशान किया है। मनमाने ढंग से ऑफिस में बैठकर ही टैक्स तय कर दिया गया। कंपनी को ब्लैक लिस्ट किया जाए। -शोभाराम राठौर, पार्षद
[ad_2]
Source link