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आगरा में गंगाजल न मिलने से पानी की समस्या
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा में मई-जून की गर्मियों में पश्चिमपुरी, अवधपुरी, बोदला, मारुति एस्टेट और मानस नगर सहित 500 से अधिक गली-मुहल्लों में लोगों को गंगाजल नहीं मिल सकेगा। इसके लिए उन्हें अब तीन माह और इंतजार करना पड़ेगा। हर घर गंगाजल पहुंचने की समय सीमा तीसरी बार बढ़ा दी गई है।
पहले दिसंबर 2022 तक गंगाजल आपूर्ति कर देने का दावा किया गया था। बाद में बढ़ाकर 31 मार्च 2023 और अब 30 जून तक कर दिया गया है। तीसरी बार बढ़ी समय सीमा को लेकर भी जल निगम और कैबिनेट मंत्री में विरोधाभास है। आगरा दक्षिण से विधायक एवं उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय का कहना है कि जिन क्षेत्रों में पेयजल वितरण के लिए पाइपलाइन बिछी हैं वहां जून में गंगाजल की आपूर्ति शुरू हो जाएगी।
जल निगम गंगाजल इकाई के अधिशासी अभियंता रमेश चंद्र का कहना है कि मई 2023 तक 2 लाख लोगों को गंगाजल मिलने लगेगा। इसके लिए करीब 180 किमी. वितरण प्रणाली बिछाई गई है। करीब 10 से 15 किमी. लाइन में गैप है, जिन्हें पूरा किया जा रहा है। लाइनों की टेस्टिंग व ट्रायल चल रहा है। 31 मार्च तक यह काम होना था, लेकिन कुछ विलंब हुआ। 2018-19 से करीब 40 हजार घरों के लिए गंगाजल वितरण प्रणाली बिछाने का काम चल रहा है।
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गंगाजल और सड़क के लिए भूख हड़ताल
दयालबाग स्थित रोशन बाग, तुलसी बाग और पंजाबी बाग में पेयजल संकट के विरोध में शनिवार को क्षेत्रीय लोगों ने भूख हड़ताल शुरू की। सौरभ चौधरी ने बताया कि न तो गंगाजल मिल रहा न 70 मीटर टूटी सड़क बनी। डीएम, कमिश्नर, नगरायुक्त से लेकर मुख्यमंत्री तक शिकायत के बाद भी 34 काॅलोनियों में पानी नहीं आया। क्षेत्रीय निवासी अर्जुन सिंह, राजवीर सिंह, दयाशंकर, रमेश चंद वर्मा और अर्जुन परमार ने कहा कि 2.84 करोड़ रुपये का बंदरबांट हो गया। पर, जनता को पानी नहीं मिला। प्रदर्शन में राजकुमारी, सुरेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह, नत्थी लाल, रानी बंसल आदि मौजूद रहे।
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