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काला पत्थर पर अर्पित अग्रवाल
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा के कमला नगर के कावेरी कुंज निवासी अर्पित अग्रवाल काला पत्थर चोटी को फतह की है। वह अपने घर लौटे तो लोगों ने उनका स्वागत किया। परिवार में खुशी का माहौल है। अर्पित ने बताया कि वह 31 दिसंबर 2022 को वह 17,600 फुट ऊंचे माउंट एवरेस्ट के बेस कैंप पर पहुंचे थे। एक जनवरी को सुबह 10 बजे काला पत्थर के लिए चढ़ाई शुरू की। 60 प्रतिशत ऑक्सीजन और माइनस 30 डिग्री सेल्सियस तापमान से जूझते हुए 12 दिन में वह काला पत्थर की 18,519 फीट ऊंची चोटी पर पहुंचे। उनके साथ जयपुर के साथी मिलिंद डूडी सहित 16 लोगों का दल भी था।
टीसीएस में हैं प्रोडक्ट मैनेजर
काला पत्थर चोटी को फतह करने वाले 29 साल के अर्पित अग्रवाल पेशे से टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) दिल्ली में प्रोडक्ट मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने आगरा के सेंट पीटर्स इंटर कॉलेज से इंटर पास किया था। इसके बार मैकेनिकल इंजीनियरिंग की परीक्षा उत्तीर्ण की। इसके साथ ही मास्टर ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट (एमबीए) में डिग्री हासिल की।
अर्पित के पिता और फर्नीचर व्यवसायी संजीव अग्रवाल और गृहिणी मां मधु अग्रवाल ने बताया कि बचपन से ही अमित में कुछ कर गुजरने की तमन्ना रही है। सन 2014 में वह सांस्कृतिक प्रशिक्षुता (कल्चरल इंटर्नशिप) के तहत चीन की शंघाई यूनिवर्सिटी में पढ़ाने गए थे। वहां उनके भारतीय साथियों से उन्हें पहाड़ों पर चढ़ाई का शौक पैदा हुआ।
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