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आगरा सेंट्रल जेल
– फोटो : Self
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किसी अपराध में सजा पाकर जेल की सलाखों में जीवन गुजारने वाले बंदियों ने भी उम्मीद की किरण दिखाई है। उत्तर प्रदेश के आगरा जिला और केंद्रीय कारागार के नौ बंदी हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में सफल हुए हैं। हाईस्कूल में चार परीक्षार्थी थे। सभी ने प्रथम श्रेणी में परीक्षा पास की। इसी तरह इंटरमीडिएट में सभी पांच परीक्षार्थी पास हुए। इनमें से चार ने द्वितीय श्रेणी और तृतीय श्रेणी में अंक प्राप्त किए। जेल प्रशासन ने बंदियों को मुबारकबाद दी हैं।
जिला जेल के अधीक्षक पीडी सलौनिया ने बताया कि बंदी सूरज और सुमित कुमार ने हाईस्कूल की परीक्षा दी थी। सूरज ने 62.33 और सुमित ने 67.66 प्रतिशत अंक से परीक्षा पास की। इसी तरह इंटरमीडिएट में दानिश खान, मनीष शर्मा और सौरव सफल हुए हैं। दानिश ने 52.6, मनीष ने 53.2 और सौरव ने 54 प्रतिशत अंक से परीक्षा पास की। मनीष और सौरव जमानत मिलने पर जेल से रिहा हो चुके हैं। इसके बावजूद परीक्षा देने आए थे। वह सफल हुए हैं। यह सभी बंदी अपहरण, गैंगस्टर, दुष्कर्म, छेड़छाड़, जानलेवा हमला सहित अन्य मामलों में निरुद्ध हुए थे।
केंद्रीय जेल के वरिष्ठ अधीक्षक आरके मिश्र ने बताया कि चार सजायाफ्ता बंदियों ने परीक्षा दी। इनमें हाईस्कूल परीक्षा में फिरोजाबाद के वीरू ने 67 प्रतिशत और जितेंद्र ने 63.8 प्रतिशत अंक से परीक्षा पास की। वहीं इंटरमीडिएट में एत्मादपुर के केरन सिंह ने 48 प्रतिशत और फिरोजाबाद के कमल उर्फ शानू ने 42 प्रतिशत अंक से परीक्षा पास की है।
जेल में शिक्षकों से पढ़ाई, फिरोजाबाद में परीक्षा
जिला और केंद्रीय कारागार में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की पढ़ाई करने के इच्छुक बंदियों को शिक्षक जेल में ही पढ़ाते हैं। उन्हें किताब और कापियां भी उपलब्ध कराई जाती हैं। परीक्षा हर साल फिरोजाबाद की जेल में बने परीक्षा केंद्र में होती है। इसके लिए बंदियों को परीक्षा से पहले ट्रांसफर कर दिया जाता हैै। परीक्षा के बाद वो पास जेल में दाखिल कर दिए जाते हैं।
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