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सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : Social Media
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उत्तर प्रदेश के आगरा में पुलिस ने सोमवार को ब्लॉक मिशन प्रबंधक हरीबाबू को गिरफ्तार किया है। उसे अदालत में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया। आरोपी पर लाखों रुपये के गबन का आरोप है। हालांकि मुकदमा दर्ज होने के बाद विभाग में रकम जमा कर दी गई है। मगर, पुलिस ने साक्ष्य जुटाने के बाद कर्मचारी पर कार्रवाई की।
मामला ताजगंज थाना क्षेत्र का है। बरौली अहीर ब्लॉक के सहायक विकास अधिकारी प्रभारी सुनील पाराशर ने 31 जुलाई 2022 को तहरीर दी थी। तहरीर के आधार पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की थी। मामले में नई आबादी, धनौली निवासी हरीबाबू, ब्लॉक मिशन प्रबंधक पर गबन का आरोप है। मामला सामने आने के बाद मुख्य विकास अधिकारी ने उपायुक्त (स्वत: रोजगार) ने कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
जांच में कर्मचारी को दोषी पाया गया
डीसीपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि आरोपी को टीएचआर के रुपये उड़ान कलेक्टर के खाते में जमा करने थे। 4.80 लाख रुपये जमा कर दिए, जबकि 2.15 लाख रुपये का कोई हिसाब नहीं दिया। कई बार पत्र भेजने पर भी जवाब नहीं दिया। विभागीय जांच में कर्मचारी को दोषी पाया गया। खाते में रकम नहीं की गई थी। पुलिस ने मामले की विवेचना की।
पुलिस को गबन के पुख्ता प्रमाण मिले
पुलिस कार्रवाई के बाद आरोपी ने गबन की गई रकम को जमा करा दिया। मगर, पुलिस ने मुकदमे की विवेचना जारी रखी, जबकि कर्मचारी चाहते थे कि मुकदमा खत्म कर दिया जाए। पुलिस ने ऐसा नहीं किया। पुलिस को गबन के पुख्ता प्रमाण मिले थे। रकम वापसी के प्रमाण केस में मजबूत साक्ष्य का काम करेंगे। आपराधिक मामले में पुलिस मुकदमा समाप्त नहीं कर सकती है।
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