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डीएपी (फाइल फोटो)
– फोटो : अमर उजाला
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एटा में किसानों को डीएपी व यूरिया न मिलने से हा-हाकार की स्थिति है। रबी की फसल बुआई के लिए किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है। वे दर-दर भटक रहे हैं। वहीं जिला प्रशासन ने खाद की पर्याप्त उपलब्धता बताते हुए बड़े विक्रेताओं की सूची जारी की है।
कई दिनों से डीएपी की किल्लत से किसानों को जूझना पड़ रहा है। सहकारी केंद्रों पर खाद प्राप्त करने के लिए भोर से ही किसानों की कतारें लग जाती हैं। मंगलवार को शहर की दुकानें बंद रहीं और सन्नाटा छाया रहा, जबकि देहात क्षेत्रों में डीएपी के लिए मारामारी की स्थिति रही। सकीट में जिन प्राइवेट खाद विक्रेताओं के पास स्टॉक उपलब्ध है वह मनमाने दामों में बेच रहे हैं। रजिस्टर सिंह, गिरंद सिंह, रामगोपाल, प्रेम सिंह, रामरतन आदि किसानों ने बताया कि ब्लॉक क्षेत्र की जो समितियां है वहां खाद की अनुपलब्धता बताई जा रही है। इस स्थिति का पूरा फायदा खाद माफिया उठा रहे हैं।
खाद की नहीं कोई कमी
उधर, डीएम अंकित कुमार अग्रवाल ने बताया है कि सहकारिता वफर में 316 मीट्रिक टन एवं निजी थोक विक्रेताओं पर 973 मीट्रिक टन डीएपी उपलब्ध है। सहकारी समिति विक्रय केंद्रों पर 349 मीट्रिक टन एवं निजी केंद्रों पर 3589 मीट्रिक टन डीएपी है। कुल मिलाकर 5222 मीट्रिक टन डीएपी जिले में उपलब्ध है। इसकी कोई कमी नहीं है। वहीं नवंबर माह के लक्ष्य के अनुसार लगभग 11600 मीट्रिक टन डीएपी और आने वाली है। जनपद में 20 टन से अधिक उर्वरक उपलब्धता वाले 5 थोक विक्रेता एवं 36 फुटकर विक्रेता चिह्नित किए गए हैं। किसानों को स्टॉक न करने और विक्रेताओं को अधिक मूल्य न लिए जाने के निर्देश दिए हैं।
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शिकायत के लिए जारी किए नंबर
निर्धारित केंद्रों पर डीएपी प्राप्त करने में किसी तरह की समस्या की स्थिति में शिकायत दर्ज कराने के लिए प्रशासन ने नंबर जारी किए हैं। जिला कृषि अधिकारी 9918120606, डीडी कृषि रोताश कुमार 8368650029, एसडीएम अलीगंज 9454417789, एसडीएम एटा 9454417771 एसडीएम जलेसर 9454417772 से संपर्क कर किसान शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
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