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ताजमहल में अल सल्वाडोर के राजनायिकों के प्रतिनिधि मण्डल में शामिल फर्जी गाइड बनकर पहुंचा लपका
– अल सल्वाडोर के 36 राजनायिकों को लपके ने घुमाया था ताजमहल, विदेश मंत्रालय तक हो रही जांच
आगरा। अल सल्वाडोर के 36 राजनायकों को लपके ने फर्जी गाइड बनकर बृहस्पतिवार को ताजमहल घुमाया था। वीआईपी के प्रोटोकॉल में इस लापरवाही पर एक तरफ डीएम ने तहसीलदार से स्पष्टीकरण तलब किया। दूसरी तरफ विदेश मंत्रालय से लेकर वीआईपी ड्यूटी में तैनात कर्मचारियों तक जांच शुरू हो गई है।
अमेरिकी देश अल सल्वाडोर के 36 राज नायकों का उच्च स्तरीय वीवीआइपी प्रतिनिधिमंडल बृहस्पतिवार को दिल्ली से ताजमहल घूमने आगरा आया था। शिल्पग्राम से ताजमहल पहुंचा। अंदर स्मारक में जिसने गाइड बनकर घुमाया वह लपका निकला। कैंट आगरा कैंट रेलवे स्टेशन निवासी शहनवाज उ प्र पर्यटन विभाग का सन 2017 तक गाइड था। फिर उसका लाइसेंस निरस्त हो गया। उसका 6 साल से पुलिस वेरिफिकेशन भी नहीं हुआ। ताजमहल व अन्य स्मारकों में जाने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने उसे अधिकृत भी नहीं किया, उसके बावजूद विदेशी वीवीआईपी प्रतिनिधि मंडल में लपके ने सेंध लगा दी। उन्हें ताजमहल घुमाने के साथ एंपोरियम में शॉपिंग कराई।
अमर उजाला में खबर प्रकाशित होने के बाद शुक्रवार को जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने इस मामले एडीएम प्रोटोकॉल, पर्यटन विभाग से रिपोर्ट मांगी। एडीएम प्रोटोकॉल शैरी ने बताया कि प्राथमिक जांच में पता चला है कि भारत सरकार के विदेश मंत्रालय से शाहनवाज नाम के जिस व्यक्ति को गाइड अप्वॉइंट किया गया था। उसका नाम वहां कैसे पहुंचा। स्थानीय अधिकारी कर्मचारियों ने चेक क्यों नहीं किया। गैर अनुबंधित व्यक्ति वीआईपी की ड्यूटी में कैसे पहुंच गया। इन सभी बिंदुओं पर जांच कराई जा रही है। तहसीलदार से स्पष्टीकरण मांगा है। आरोपित के विरुद्ध रिपोर्ट होगी। दूसरी तरफ वीआईपी ड्यूटी में वीआईपी के साथ ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों व प्रोटोकॉल कर्मियों की भूमिका की जांच भी कराई जा रही है।
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