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संवाद न्यूज एजेंसी, आगरा
Updated Thu, 27 Jul 2023 10:51 PM IST
कासगंज। पटियाली तहसील क्षेत्र के गांव बरौना में गंगा कटान के निशाने पर सिंचाई विभाग द्वारा कराए गए कटान रोधी कार्य बने हुए हैं। अब तक तीन जियो ट्यूब स्टड क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। ईसी बैग भी गंगा में धंसक गए हैं। जिससे बरौना गांव के पूरब दिशा की ओर कटान का खतरा बढ़ गया है। बुधवार को यह स्टड क्षतिग्रस्त हुए थे। इसके बाद सिंचाई विभाग की टीम लगातार कटान रोधी कार्य करके कटान रोकने की कवायद कर रही है। बुधवार की रात्रि को भी काम चला और बृहस्पतिवार को पूरे दिन ईसी बैग एवं परक्यू पाइन स्टड बनाने का काम जारी रहा। साढ़े सात करोड़ रुपये की लागत से बरौना में कराए गए कटान रोधी कार्यों पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। कटान रोकने के लिए बनाए गए 19 स्टडों में 16 स्टड सही तरीके से काम कर रहे हैं। पूर्वी हिस्से के भी स्टड क्षतिग्रस्त हुए हैं। इस इलाके में गंगा की धारा लगातार कटान करती रही। जिससे गांव के लिए खतरा बढ़ा हैं, लेकिन गंगा की धारा में बृहस्पतिवार को दोपहर के समय कुछ बदलाव हुआ और नदी के बीच में बालू के टीले की ओर गंगा की धारा का रुख बना है। धारा का रुख बदलने पर सिंचाई विभाग ने राहत महसूस की है। बरौना के ग्रामीणों को इस बात का खतरा है कि अभी गंगा में कई बार उतार चढ़ाव की स्थिति बनेगी और ऐसी स्थिति में कभी भी गांव के पूरब के हिस्से में कटान हो जाएगा। कटान शुरू हुआ तो गांव का आबादी क्षेत्र प्रभावित हो जाएगा। ग्रामीण भी लगातार सिंचाई विभाग से कटान रोधी कार्य किए जाने की मांग कर रहे हैं। स्टड क्षतिग्रस्त होने की सूचना पर पटियाली एसडीएम भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता अरुण कुमार से इस संबंध में बातचीत की। मौके पर श्रमिकों के द्वारा किए जा रहे कार्यों को देखा। ग्राम प्रधान पप्पू सिंह ने बताया कि तीन स्टड क्षतिग्रस्त होने के बाद से गांव की ओर कटान का खतरा बढ़ गया है। उन्होंने बताया कि 19 नंबर का स्टड पूरी तरह से गंगा में समा चुका है। यदि कटान रोधी कार्य सुरक्षित नहीं हो पाए तो गांव के कटने का खतरा बढ़ जाएगा।
सिंचाई विभाग लगातार कटान रोधी कार्य की समीक्षा के लिए परक्यू पाइन स्टड लगा रहा है। रात में भी काम किया गया। जिससे गंगा की धारा का कटान रुक सके। अरुण कुमार, अधिशासी अभियंता, सिंचाई
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