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संवाद न्यूज एजेंसी, आगरा
Updated Sun, 16 Jul 2023 11:49 PM IST
कासगंज। नगर में कई प्रसिद्ध मंदिर है। इन्हीं में से एक है सुप्रसिद्ध भूतेश्वर मंदिर। आस्था का प्रतीक यह मंदिर शमशान के बीच में शिवलिंग के प्रकट होने के बाद बनवाया गया। शिवलिंग के श्मशान में प्रकट होने के कारण मंदिर का नाम भूतेश्वर रख दिया गया। मान्यता है कि सावन के महीने में यहां की गई पूजा निष्फल नहीं होती। इसी के चलते सावन के महीने में यहां बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ती है।
भक्ति और आस्था का प्रतीक भूतेश्वर मंदिर लगभग 150 वर्ष पुराना है। श्मशान के बीचोंबीच भगवान शिव का शिवलिंग के रूप में प्रकट होने से ही इस मंदिर को भूतेश्वर मंदिर के नाम से जाना जाता है। शिवलिंग के लिए भक्तों के द्वारा अलग से मंदिर बनवाया गया और जब शिवलिंग को मूल स्थान से हटाकर मंदिर में स्थापित करना चाहा तो शिवलिंग को मूल स्थान से नहीं हटाया जा सका।
भक्त नन्नानाथ को सपना दिया कि मंदिर उसी स्थान पर बनाएं। जब यह बात अन्य भक्तों को पता चली तो मंदिर को उसी स्थान पर बनवाया गया। तब से भक्ति और आस्था का सैलाब अनवरत जारी है। यहां दूरदराज से भक्त आते हैं। सावन के दिनों में इस मंदिर में पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। सावन के महीने में एक बार यहां नागदेवता के दर्शन अवश्य होते है। आज यह मंदिर काफी विस्तार ले चुका है। शिव परिवार के साथ ही अन्य देवी देवताओं की मूर्ति भी स्थापित हैं।
भूतेश्वर मंदिर सर्रकूलर रोड पर बिलराम गेट चौराहा के निकट स्थिति है। जिस जगह यह मंदिर स्थित है उस बस्ती को मंदिर के चलते भूतेश्वर बस्ती के नाम से पहचाना जाता है। मंदिर बस स्टेंड से मंदिर लगभग 500 मीटर की दूरी पर है।
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