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आगरा (ब्यूरो )सितंबर अंत और अक्टूबर के पहले सप्ताह में जोधपुर झाल पहुंचने वाले ग्रेटर फ्लेङ्क्षमगो के समूह इस साल पानी की कमी से मई में वापसी की उड़ान भर चुके हैं. पिछले साल तक यह जून अंत तक टिके थे. इस साल केवल दो समूह ही झाल पर रुके थे.जोधपुर झाल को पिछले साल वेटलैंड बनाने की मंजूरी मिल गई थी. इस स्थान को पक्षी विहार के रूप में भी विकसित किया जाएगा.
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