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आगरा विकास प्राधिकरण
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश के आगरा में पांच बीघा जमीन में अवैध कॉलोनी बना दी गई। आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) को इसकी भनक तक नहीं लगी। बिना नक्शा पास कराए प्लॉटिंग शुरू हो गई। आठ से 10 परिवार बस गए। शिकायत पर ध्वस्तीकरण के लिए मंगलवार को एडीए टीम पहुंची, तो कार्रवाई के नाम पर एक रस्म अदायगी की। एक कमरा ध्वस्त कर टीम लौट आई।
अवैध निर्माण चिह्नित करने के आदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अनियंत्रित विकास पर रोक लगाने और अवैध कॉलोनियों के ध्वस्तीकरण के आदेश दिए थे। एडीए उपाध्यक्ष चर्चित गौड़ ने सभी वार्ड के सहायक व अवर अभियंताओं को अवैध कॉलोनियां व निर्माण चिह्नित करने के आदेश दिए, लेकिन कुछ नहीं निकला।
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अवैध रूप से बसा दिया महारानी धाम
हाथरस रोड पर मौजा पोइया के नगला जार में संघप्रिय गौतम ने करीब पांच बीघा जमीन पर अवैध रूप से महारानी धाम बसा दिया। सड़क बिछाकर प्लॉटिंग की। आठ से 10 प्लॉट बेच दिए। जिनमें अब मकान बन गए हैं। शिकायत पर एडीए ने नोटिस थमाया। लेकिन नोटिस के बावजूद बिल्डर संघप्रिय गौतम नक्शा प्रस्तुत नहीं कर सका।
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कार्यालय को बुल्डोजर से ध्वस्त किया
सहायक अभियंता ब्रजेश सिंह के नेतृत्व में मंगलवार को एडीए टीम ध्वस्तीकरण के लिए पहुंची। अवैध कॉलोनी के गेट पर प्लॉटिंग बुकिंग के लिए बने कमरे को बुल्डोजर से ध्वस्त किया। बाकी अवैध निर्माण पर कार्रवाई नहीं की। ऐसे में एडीए की ध्वस्तीकरण खानापूर्ति बनकर रह गया।
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