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मैनपुरी। विकास भवन में तैनात अर्थ एवं संख्याधिकारी के खिलाफ उनके ही एक अधीनस्थ अधिकारी ने गैर इरादतन हत्या की तहरीर दी है। कोतवाली पुलिस को दी गई तहरीर में जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने के भी आरोप लगाए गए हैं। पीड़ित ने एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई किए जाने की मांग की है। वहीं पुलिस ने तहरीर मिलने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी है। अर्थ एवं संख्या विभाग में तैनात अपर सांख्यिकीय अधिकारी ओमप्रकाश की ओर से सदर कोतवाली में तहरीर दी गई है। इसमें कहा गया है कि 16 फरवरी को उनकी पत्नी की अचानक तबीयत खराब हो गया था। उपचार के लिए उन्हें कानुपर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। उपचार के लिए जब रुपये नहीं बचे तो उन्होंने जीपीएफ से रुपये निकालने के लिए अर्थ एवं संख्याधिकारी को आवेदन भेजा था। लेकिन अर्थ एवं संख्याधिकारी प्रशांत ने मनमानी करते हुए आवेदन पर कार्रवाई नहीं की। धनराशि के अभाव में उनकी पत्नी का उपचार नहीं हो सका और 26 फरवरी को उनकी पत्नी की मृत्यु हो गई। पीड़ित ने अर्थ एवं संख्याधिकारी प्रशांत की लापरवाही के चलते मृत्य होने की तहरीर देते हुए गैर इरादतन हत्या का मुकदमा पंजीकृत करने की मांग की है।
साथ ही ये भी कहा है कि पीड़ित अनुसूचति जाति का है इसलिए अर्थ एवं संख्याधिकारी द्वारा उनका उत्पीड़न किया जाता है। इतना ही नहीं उनके साथ जातिसूचक शब्दों व असंसदीय भाषा का भी प्रयोग किया जाता है। तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। वहीं महकमे में खलबली मच गई। पीड़ित ने तहरीर की प्रतिलिपि जिलाधिकारी पुलिस अधीक्षक और मुख्य विकास अधिकारी को भेजी है।
निदेशक कार्यालय तलब कर चुका है जवाब
अर्थ एवं संख्या विभाग का ये मामला निदेशक कार्यालय लखनऊ तक पहुंच चुका है। अपर सांख्यिकीय अधिकारी ओमप्रकाश की शिकायत पर निदेशक कार्यालय ने भी अर्थ एवं संख्याधिकारी प्रशांत से जवाब तलब किया है। पीड़ित ने अधिकारियों से न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।
अर्थ एवं संख्याधिकारी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए तहरीर प्राप्त हुई है। जांच की जा रही है, इसके बाद रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।
-प्रदीप सेंगर, इंस्पेक्टर कोतवाली।
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