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मैनपुरी। निकाय चुनाव में 26 दिन की भागमभाग के बाद प्रत्याशियों ने शुक्रवार का दिन सुकून के साथ बिताया। किसी ने अपने बच्चों को दुलार किया तो किसी ने सर्मथकों के साथ अपना दिन बिताया। मतदान के बाद का तनाव प्रत्याशियों के चेहरों पर नजर आया।नौ अप्रैल को निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद प्रत्याशियों ने चुनावी कसरत शुरू कर दी थी। अधिसूचना जारी होने के बाद पहले टिकट की जुगाड़ में भागदौड़, नामांकन करने के बाद नामांकन बचाने का प्रयास, नामांकन की जांच के बाद प्रत्याशियों के 26 दिन भागमभाग में ही बीत गए। मतदान के दिन प्रत्याशी सुबह से लेकर शाम तक भागते रहे। मतदान समाप्त होने के बाद अधिकांश समय शिकायतेें करने में बीत गया। महिला सीट होने के कारण प्रत्याशियों के रूप में चुनाव लड़ रही महिलाओं ने गली गली की धूल छानी। महिला प्रत्याशी परिवार के साथ समय ही नहीं दे सकीं। इस दौरान प्रत्याशियों के बच्चे अपनी मां का दुलार तक नहीं पा सके। मतदान के बाद शुक्रवार को प्रत्याशियों ने अपने तरीके से दिन बिताया।
घर में बैठकर बच्चों को किया दुलार
सपा प्रत्याशी सुमन वर्मा चुनाव केे दौरान घर में अधिक समय नहीं दे सकीं। सुबह पांच बजे घर से निकलने के बाद रात 10-11 बजे ही घर लौटती थीं। इस दौरान उनकी अपने बच्चों से दूरी ही बनी रही। शुक्रवार को सुमन ने अपने परिवार के साथ समय बिताया। पुत्र पार्थ और पुत्री अदिति को जमकर दुलार किया। चुनाव से जुड़े कई किस्से भी सुनाए।
परिवार के साथ की जमकर हंसी ठिठोली
भाजपा प्रत्याशी संगीता गुप्ता के 26 दिन भागमभाग में ही बीते। चेयरमैन बनने के लिए अधिकांश समय घर के बाहर बिताया। चुनाव के दौरान परिवार से दूरी बनी रही। परिवार की किसी समस्या के समाधान में वह शामिल नहीं हो कीं। शुक्रवार को सुबह उठने के बाद उनहोंने अपने परिवार के सदस्यों के साथ बैठकर जमकर हंसी ठिठोली भी की।
घर में बैठकर बच्चों की सुनी समस्यायें बसपा प्रत्याशी रेखा पांडेय ने शुक्रवार का पूरा दिन घर में ही बिताया। घर में बैठकर अपने बच्चों ईशा, श्रद्धा, अरबन की शिकायतें सुनीं। बच्चों के गिले शिकवे दूर किए। पति के साथ चुनावी चर्चा की। बीच में पार्टी नेताओं के आने वाले फोन रिसीव करके उनको जवाब भी दिए। सुबह और शाम का भोजन उन्होंने परिवार के सदस्यों के साथ ही किया।
सुबह की पूजा, शाम को चुनावी चर्चा
कांग्रेस प्रत्याशी आराधना गुप्ता शुक्रवार की सुबह नीमकरोरी मंदिर पहुंची। मंदिर में पूजा अर्चना के बाद मंदिर के महंत से आर्शीवाद लेकर दोपहर बाद मंडी धर्मदास स्थित पार्टी कार्यालय पर पहुंची। उन्होंने कार्यालय पर मौजूद कार्यकर्ताओं के साथ चुनावी गणित लगाया। कार्यकर्ताओं की बात सुनी। शाम को घर पहुंचकर मां के साथ अपना समय बिताया।
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