[ad_1]
सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
आगरा के जगनेर कांड में रविवार को नया मोड़ आ गया। पुलिस ने एक अन्य आरोपी विशाल को गिरफ्तार कर केस पर ही सवाल उठा दिए हैं। विशाल के हवाले से पुलिस का दावा है कि मनोज को पुलिसवालों ने न तो अगवा किया और न ही मारपीट की। मनोज के साथ जो भी घटना हुई नामजद आरोपियों ने की थी।
पुलिस ने शनिवार को काकी परमार को पकड़ा। रविवार को उसके एक दोस्त सरैंधी निवासी विशाल को पकड़ा गया। पुलिस के अनुसार रवि, विशाल और काकी ने मिलकर साजिश रची थी। रवि ने फोन करके मनोज को बुलाया। काकी और विशाल बाइक से पहुंचे थे। उसे पकड़ लिया। बेरहमी से पीटा। कई घंटे खेत में बंधक बनाकर रखा। उसके घरवालों से दो लाख रुपये मांगे। रुपये नहीं मिलने पर रवि पचौरी ने सागर नाम के सिपाही को फोन किया। बताया कि एक सट्टेबाज को मोबाइल सहित पकड़ा है। सिपाही प्राइवेट कार से दो अन्य सिपाहियों के साथ मौके पर पहुंचा। कार से मनोज को चौकी पर लेकर आया। मनोज का मोबाइल बंद हो गया था। चार्ज किया तो घर से फोन आया। बताया कि उसकी पत्नी ने खुदकुशी कर ली है। पुलिस ने उसे छोड़ दिया। उसके साथ कोई मारपीट नहीं की।
ये भी पढ़ें – शर्मनाक: मौत के बाद वृद्धा की लाश को कार में डालकर लाए, अंगूठे के निशान से संपत्ति का करा लिया वसीयतनाम…
[ad_2]
Source link