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कासगंज। वर्ष 2022-23 में जिले के विकास के लिए बनाई गई 2 अरब 9 करोड़ 51 लाख रुपये की जिला योजना तैयार की गई थी। इसको शुरू करने के लिए प्रभारी मंत्री की मुहर लगनी थी। लेकिन वित्तीय वर्ष समाप्त होने तक प्रभारी मंत्री की सहमति नहीं मिल सकी। इसके चलते तैयार योजनाएं कागजों में दम तोड़ दी। इससे 38 विभागों के माध्यम से होने वाले विकास कार्यों के लिए धन नहीं मिल पाया। इससे इन विभागों के कार्य नहीं हो सके।
शासन से जिला के विकास के लिए जिला योजना का संचालन किया जाता है। योजना को शासन के प्रभारी मंत्री की मौजूदगी में पास किया जाता है। जिला योजना के लिए धन की व्यवस्था राज्य सरकार व केंद्र सरकार करती है। इसके अलावा जिला पंचायत व निकायों के संसाधनों से भी जिला योजना के लिए धन की व्यवस्था की जाती है।
वर्तमान वित्तीय वर्ष के लिए 20,951 लाख रुपये की योजना तैयार की गई है। शासन से जिला के लिए मार्च माह में प्रभारी मंत्री को नियुक्त किया गया, लेकिन प्रभारी मंत्री ने जिला योजना को पास करने के लिए समय नहीं दिया और वित्तीय वर्ष समाप्त हो गया। इस योजना के लिए जो समिति बनती है, उसमें जिले के सांसद, विधायक, डीएम, सीडीओ, डीएसटीओ के अलावा शासन से दो सदस्य मनोनीत किए जाते हैं।
इसके अलावा जिला पंचायत से दो सदस्य व निकायों से दो सदस्यों का चुनाव होता। जिला पंचायत के चुनाव को लगभग डेढ़ साल का समय हो चुका है, लेकिन अभी तक जिला पंचायत के दो सदस्यों का चयन नहीं हो पाया है। जबकि निकायों के चुनाव प्रस्तावित होने से इस क्षेत्र के दो प्रतिनिधियों का चुनाव भी नहीं हो सका। जिला योजना के पास न हो पाने से जिले के विकास कार्यों पर इसका असर पड़ा है।
जिला योजना को प्रभारी मंत्री पास करते हैं। प्रभारी मंत्री को इस संबंध में पत्र लिखा जा चुका है, लेकिन अभी समय नहीं मिल सका है।-
सचिन, सीडीओ
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