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मैनपुरी। निकाय चुनाव के प्रस्तावित आरक्षण ने सभासद पद के दावेदारों का गणित बिगाड़ दिया है। प्रस्तावित आरक्षण के बाद किसी को पत्नी तो किसी को दूसरे वार्ड से आस लगी हुई है। दावेदारों ने चुनाव मैदान में उतरने के लिए संबंधित वार्डों में पोस्टर लगाने शुरू कर दिए हैं। आरक्षण के हिसाब से ही दावेदार अपना गणित लगाने में जुट गए हैं। सभासद पद के लिए लंबे समय से तैयारी कर रहे दावेदारों को निकाय चुनाव के प्रस्तावित आरक्षण के बाद झटका लगा है। महिला सीट होने पर कई दावेदारों ने अपने परिवार की महिलाओं को चुनाव मैदान में उतारने की मन बना लिया है। वार्ड का आरक्षण बदलने से कई निवर्तमान सभासदों ने दूसरे वार्ड में जमीन की तलाश शुरू कर दी है। कई सभासद अपने चहेतों के सहारे संबंधित वार्ड में ही अपनी जमीन बनाने में जुट गए हैं।
नगर पालिका परिषद के कुछ वार्डों में नए आरक्षण में भी बदलाव नहीं हुआ है। इसके चलते निवर्तमान सभासद फिर दावेदारी करने में जुट गए हैं। राजनीतिक दलों से संबद्ध निवर्तमान सभासद अपनी टिकट बचाने के लिए अपने आकाओं के चक्कर लगा रहे हैं। लोगों का कहना है कि वार्ड सभासद के लिए नए चेहरों के साथ ही पुराने चेहरे भी भाग्य आजमाने के लिए एक बार फिर मैदान में आए हैं। बदले आरक्षण के हिसाब से दावेदारों ने जोड़तोड़ शुरू कर दी है।
आधा दर्जन को नए वार्ड की तलाश
आधा दर्जन सभासदों को नए वार्ड की तलाश है। निवर्तमान इन सभासदों के वार्ड आरक्षण के बाद उनके अनुकूल नहीं रह गए हैं। नए वार्ड में अपनी जगह बनाने के लिए निवर्तमान सभासद सुबह से ही पहुंचना शुरू कर दिए हैं। अपने संपर्कों और संबंधों की दुहाई देकर निकाय चुनाव में जीत हासिल करने के लिए लग गए हैं।
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