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कासगंज। जिले में कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच स्वास्थ्य विभाग की बढ़ी लापरवाही सामने आई है। शासन के अलर्ट के निर्देशों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी हवा में उड़ा रहे हैं। 15 दिन से बीएसएल लैब बंद पड़ी हैं। सैंपल की जांच के लिए आवश्यक उपकरण व रसायन आदि की उपलब्धता न होने से 3000 सैंपल प्रयोगशाला में डंप है। विभाग की यह लापरवाही जिले के लोगों के लिए कभी भी बड़ा खतरा पैदा कर सकती है।
जिले में 13 सितंबर 2022 को कोरोना का मामला आया। इसके बाद कोरोना का मामला न आने से जांच में शिथिलता आने लगी। गिने चुने सैंपल ही प्रयोगशाला को भेजे जाने लगे। काफी समय से प्रयोगशाला के लिए आवश्यक उपकरण व केमिकल आदि की खरीद न होने से धीरे-धीरे इनका स्टॉक खत्म होता चला गया। लैब से फरवरी में ही आवश्यक उपकरण व रसायन की डिमांड विभागीय अधिकारियों से की जाने लगी, लेकिन विभागीय अधिकारियों ने डिमांड को नजर अंदाज कर दिया। इसका परिणाम हुआ कि लैब में जो स्टॉक था वह खत्म हो गया।
कोरोना का खतरा बढ़ने के बाद शासन से सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश भी दिए गए, लेकिन विभाग ने कागज पर तो व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर लिया, लेकिन हकीकत के धरातल पर इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाए गए। स्थिति यह है कि प्रयोगशाला में आवश्यक उपकरण व केमिकल का स्टॉक खत्म हो चुका है। 15 मार्च से लगातार सैंपल संग्रहित करके प्रयोगशाला तो भेजे जा रहे हैं, लेकिन इनकी जांच नहीं हो रही। बृहस्पतिवार तक करीब 3000 नमूने लैब में डंप पड़े थे। जांच न होने से इस बात का पता नहीं चल पा रहा कि जिले में कोरोना ने अपने पांव फैला लिया है या नहीं। हालांकि इस समय काफी संख्या में लोग सर्दी, खांसी, बुखार, डायरिया, सांस की बीमारी आदि की दिक्कतों से परेशान है। अब ये कोरोना संक्रमित है, या फिर सीजनली बीमारी से ग्रसित हैं, लैब टेक्नीशियन स्टाफ की मानें तो सैंपल की 48 घंटे के भीतर ही जांच हो जानी चाहिए। इस समय अवधि में होने वाली जांच से ही सही नतीजा सामने आता है। इसके बाद के सैंपल की जांच औपचारिकता मात्र के लिए रहती है।
कासगंज। प्रयोगशाला की एक साल से इंटरनेट की व्यवस्था भी फेल है। जिससे पोर्टल भी काम नहीं कर रहा। बताया जाता है कि विभागीय अधिकारियों ने इंटरनेट सेवा को भी रीचार्ज नहीं कराया है।
इन सामान की भेजी है लैब से डिमांड माइक्रोफिल्टर टेप, इलुजन प्लेट टिपकॉम टिशुपेपर फोल कंटयूम ट्यूव एमसीटी ट्यूव आरटीपीसीआर जांच के लिए जिन सामान की डिमांड लैब से की गई है उसकी जल्द ही उपलब्धता कराकार लैब में जांच कार्य शुरू कराया जाएगा-डा. मनोज सारस्वत, एडीसीएमओ
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