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दिव्य रथ पर विराजमान होकर भगवान गोदारंगमन्नार ने भक्तों को दिए दर्शन
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश की तीर्थनगरी मथुरा के वृंदावन स्थित रंगनाथ मंदिर के ब्रह्मोत्स पर बृहस्पतिवार को भगवान गोदारंगमन्नार ने दिव्य रथ पर विराजमान होकर भक्तों को दर्शन दिए। भगवान गोदारंगमन्नार के दिव्य रथ को खींचने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लग गई। रथ खींचकर श्रद्धालुओं ने खुद को धन्य पाया। इस मौके पर देश ही नहीं विदेशों से भी श्रद्धालु उपस्थित रहे।
बृहस्पतिवार की सुबह रंगनाथ मंदिर के पुरोहितों के निर्देशन में वैदिक रीति-रिवाज और विधानपूर्वक दिव्य रथ का छत्र कलश पूजन किया गया। इसके बाद वैदिक मंत्रोच्चारण के मध्य भगवान गोदारंगमन्नार को दिव्य रथ में विराजमान कराया गया। दिव्य रथ को खींचने के लिए असंख्य श्रद्धालु मंदिर के पश्चिम गेट पर एकत्रित हो गए। श्रद्धालुओं ने रस्से को पकडक़र रथ खींचना शुरू किया। दिव्य रथ को खींचकर भक्तों ने अपने जीवन को धन्य पाया।
दिव्य चंदन रथ में विराजकर गोदारंगमन्नार ने दिये दर्शन
भगवान गोदारंमन्नार विशाल और दिव्य रथ यात्रा में शामिल होने एक दिन पहले ही देश-विदेश से श्रद्धालु यहां पहुंच गए। मंदिर प्रबंधन द्वारा मेले की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गईं। ठाकुर गोदारंगमन्नार दिव्य अलौकिक छवि के अनुरूप उत्तर भारत में अपनी तरह इकलौते चंदन लकड़ी से निर्मित 53 फुट ऊंचे रथ में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देते हैं।
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