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आध्यात्मिक कार्यशाला का आयोजन
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश के आगरा में ब्रह्माकुमारी आश्रम की ओर से उजाला सिग्नस रेनबो हॉस्पिटल में ‘अनशॉकिंग द पॉवर ऑफ माइंड’ विषय पर हुई आध्यात्मिक कार्यशाला में मानसिक स्वास्थ्य के लिए ध्यान और शांति को जरूरी बताया गया।
माउंट आबू स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय के भाई बीके रूपेश ने कहा कि परिश्रम सभी करते, लेकिन सफल हर कोई नहीं। इसकी बड़ी वजह नकारात्मक और मन में घर कर रही जहरीली सोच है। लोगों की सोच सही होगी और पूरे मनोयोग से कार्य किया जाएगा तो निश्चित ही सफलता मिलेगी।
आत्मबल से शांति और सफलता मिलती है
उन्होंने कहा कि अधिकांश लोग भले ही किसी पेशे में हों, उनके मन में दूसरों के प्रति ईर्ष्या, द्वेष, घृणा के भाव रखते हैं। इससे शरीर में विषैले हार्मोंस स्रावित होते हैं, जो मानसिक-शारीरिक विकार की वजह बनते हैं। सकारात्मक सोच, परोपकार के भाव और आत्मबल से शांति और सफलता मिलती है।
अस्पताल प्रशासन कराता रहता ऐसे आयोजन
बीके सुशील भाई, बीके शैलेंद्र भाई और ब्रह्माकुमारी आश्रम शास्त्रीपुरम की प्रभारी बीके मधु बहन ने सुबह-शाम ईश्वर का नाम लेने की बात कही। हॉस्पिटल निदेशक डॉ. जयदीप मल्होत्रा और निदेशक डॉ. नरेंद्र मल्होत्रा ने कहा कि तनाव, प्रतिस्पर्धा के दौर में सुविचारों से मानसिक शांति मिलती है। ऐसे आयोजन अस्पताल प्रशासन कराता रहता है।
इस मौके पर यह लोग मौजूद रहे
कार्यक्रम में वरिष्ठ न्यूरोसर्जन डॉ. आरसी मिश्रा, एसएन मेडिकल कॉलेज की पूर्व प्राचार्य डॉ. सरोज सिंह, डॉ. सुधा बंसल, डॉ. शशि गुप्ता, उजाला सिग्नस हेल्थकेयर के वेस्टर्न यूपी के रीजनल बिजनेस हेड दिव्य प्रशांत बजाज, डॉ. राजीव लोचन, डॉ. मनप्रीत शर्मा, डॉ. शैमी बंसल, डॉ. शैली गुप्ता, महाप्रबंधक राकेश आहूजा, डॉ. अनीता आदि मौजूद रहे।
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