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मैनपुरी।
माफिया अतीक अहमद के उमेश पाल हत्याकांड से तार जुड़ने के बाद खुफिया विभाग भी अलर्ट हो गया है। वर्ष 2008 में अतीक मैनपुरी जेल लाया गया था, उसके संबंध में जेल प्रशासन के रिकार्ड बीट आउट हो चुके हैं।
इसके बाद खुफिया विभाग सक्रियता के साथ जानकारी जुटाने में लगा है। राजूपाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या के बाद माफिया अतीक अहमद की मुश्किलें बढ़ गईं हैं। पुलिस उसके गैंग के लोगों की तलाश में जुटी है।
वहीं जेल प्रशासन के पास वर्ष 2008 में जिला कारागार आए माफिया अतीक के बारे में रिकार्ड बीट आउट हो चुके हैं। अंदर ही अंदर इस बात पर जेल प्रशासन में हड़कंप की स्थिति है, रिकॉर्ड तलाशने का काम चल रहा है। वर्ष 2008 में जेल के बंदीरक्षक, जेल में रहे बंदियों के बारे में जानकारी हासिल कर उनसे जानकारी जुटाने के लिए प्रयास शुरू किए जा चुके हैं।
पत्नी और बेटे भी आए थे मिलने
जानकारी के अनुसार अतीक अहमद से मिलाई करने पुत्र और पत्नी भी जेल आए थे। इस दौरान वह लोग एक परिचित के यहां ठहरे थे। इसको लेकर भी खुफिया तंत्र जानकारी जुटाने में लगा है।
बंदियों से मिलाई आदि को लेकर दो साल का रिकॉर्ड रखा जाता है। अतीक का रिकार्ड बीट आउट हो चुका है। रिकार्ड के संबंध में जानकारी की जा रही है। – पवन कुमार त्रिवेदी, जेलर
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