[ad_1]
कासगंज। किसानों के खाते में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की तेहरवीं किस्त आनी हैं। लेकिन जिन किसानों के बैंक खाते एनपीसीआई सीडिंग नहीं हैं उन्हें सम्मान निधि से वंचित रहना पड़ सकता है। वहीं 1 फरवरी 2019 के बाद जिन लोगों ने बैनामा कराया है उन्हें भी सम्मान निधि नहीं दी जाएगी।
सरकार की ओर से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में प्रति वर्ष 6000 रुपये दिए जाते है। जो किसानों को 2000 रुपये कि तीन किस्तों में दिया जाता है। शासन के निर्देश के अनुसार जिन किसानों ने फरवरी 2019 के बाद जमीन खरीदी है उन्हें सम्मान निधि नहीं मिलेगी। हालांकि जिन किसानों को वारिशान के रूप में फरवरी 2019 के बाद जमीन मिली है। उन्हें किसान सम्मान निधि योजना का लाभ दिया जाएगा। यदि लाभ ले रहे हैं और डाटा सत्यापन में मामला पाया जाता है तो ऐसे किसानों को सम्मान निधि से वंचित किया जाएगा।
जनपद में 10500 किसान ऐसे थे कि जिनकी एनपीसीआई (नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन आफ इंडिया) सीडिंग बैंक खातों से नहीं थी। लेकिन बारहवीं किस्त मिल गई थी। इस बार यदि किसानों ने एनपीसीआई सीडिंग नहीं कराई है उन्हें आगामी किस्त नहीं मिलेगी। इनमें से 2700 किसानों ने पोस्ट आफिस में आईपीपीबी (इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक) खाते खुला दिए हैं, जिससे उनकी एनपीसीआई सीडिंग हो गई है। लेकिन शेष की कि सम्मान निधि अटक चुकी है।
होगी वसूली
यदि फरवरी 2019 बाद बैनामा कराकर किसान बने है और पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ लिया तो ऐसे किसानों से ली गई किस्तों की वसूली की जाएगी। इसके लिए डाटा सत्यापन का कार्य कराया जा रहा है।
आकड़ों की नजर में
– 2.10 लाख किसान हैं लाभार्थी
– 10500 किसानों के नहीं थी एनपीसीआई सीडिंग
– 2700 किसानों के खुले चुके हैं आईपीपीबी खाते वर्जन: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की आगामी किस्त से वह किसान वंचित रहेंगे जिन्होंने फरवरी 2019 के बाद जमीन खरीदी है। हालांकि जिन्हें पैतृक संपत्ति मिली है उन्हें सम्मान निधि का लाभ मिलता रहेगा। जिन किसानों की एनपीसीआई सीडिंग नहीं हैं वह अपने बैंक खाते एनपीसीआई सीडिंग करा लें। अन्य था पोस्ट आफिस में नया आईपीपीबी खाता खुलवा लें। यह खाता ऑटोमेटिक एनपीसीसीआई हो जाता है – सुमित कुमार चौहान, जिला कृषि अधिकारी।
[ad_2]
Source link