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E-bus Agra
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा-मथुरा सिटी बस ट्रांसपोर्ट की ओर से संचालित ई-बसों के न्यूनतम किराये में एक से पांच रुपये तक की वृद्धि कर दी गई है। नगरीय विकास निदेशालय के निर्देश पर अब बस यात्रियों से दुर्घटना अधिभार लिया जाएगा। न्यूनतम किराया पांच रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये किया गया है। इससे यात्रियों की जेब पर भार बढ़ गया है।
आगरा में स्मार्ट सिटी के तहत 100 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जाना है। अब शहर से देहात तक के 20 से ज्यादा रूटों पर 96 बसों का संचालन किया जा रहा है। डिपो प्रबंधक सारिका शर्मा ने बताया कि अभी तक ई-बसों पर एक्सीडेंट क्लेम नहीं लिया जाता था। अब 15 रुपये तक के किराये पर 50 पैसे व 15 रुपये से अधिक के किराये पर एक रुपये का अधिभार लगाया जा रहा है। जो किराया पहले 15 रुपये था , उसे बढ़ाकर 16 रुपये किया गया है। 15 से अधिक के किराये को बढ़ाकर चार रुपये के अधिकार सहित 20 रुपये कर दिया गया है।
इसी तरह पहले न्यूतम किराया प्रति तीन किलोमीटर पांच रुपये था, जिसे अब बढ़ाकर 10 रुपये किया गया है। अब ई-बस का न्यूनतम किराया 10 रुपये देना होगा। यह वृद्धि तत्काल प्रभाव से लागू हो चुकी है। उधर, बसों का किराया बढ़ने पर यात्रियों और कंडक्टरों में कहासुनी भी हो रही है। यात्री एक चौराहे से दूसरे चौराहे के 10 रुपये किराया देने को तैयार नहीं होते हैं।
यात्री बोले, बोझ बढ़ गया
बेलनगंज के छात्र निखिल खंडेलवाल का कहना है कि ई-बसों के आने से सहूलियत हुई थी, लेकिन अब किराये के बढ़ने से छात्रों की जेब पर बोझ पड़ेगा। राजामंडी के दुकानदार नीरज अग्रवाल का कहना है कि दुकान पर जाने के लिए ई-बस अच्छा साधन है। एमजी रोड पर ऑटो प्रतिबंधित हैं। ऐसे में ई-बसों के किराये में दैनिक यात्री व छात्रों को रियायत दी जानी चाहिए।
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